नई दिल्ली: जम्मू में दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर राज्य की शांति को भंग करने की कोशिश की गई। जम्मू बस स्टैंड के पास खड़ी बस के पास बड़ा धमाका हुआ जिसमें एक 17 साल के युवक की मौत हो गई है। इस युवक की पहचान शारिक के रूप में हुई है जो उत्तराखण्ड के रुड़की का रहने वाला था। वो एक दिन पहले ही अपने अंकल के वहां काम की तलाश में पहुंचा था। बताया जा रहा है कि शारिक के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी ।
इसके अलावा इस धमाके में 29 लोग घायल हो गए है। वही इस पूरे मामले में 10 लोगों को हिरासत मे लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है। आपको बता दें कि सुबह 11.30 बजे जम्मू बस स्टैंड पर ग्रेनेड धमाका हुआ जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि इस संबंध में ग्रेनेड फेंकने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया है।
जम्मू बस स्टैंड पर हुए ग्रेनेड धमाके में पुलिस ने ग्रेनेड फेंकने वाले जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने अपना नाम यासिर भट्ट बताया है। आईजीपी मनीष के सिन्हा ने एक प्रेस वार्ता करते हुए कहा, “जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। सीसीटीवी फुटेज और लोगों से पूछताछ के आधार पर एक शख्स को गिरफ्तार किया है, आरोपी ने अपना नाम यासिर भट्ट बताते हुए अपना जुर्म कुबूला है।” मनीष सिन्हा ने यह भी बताया कि यासिर भट्ट को ग्रेनेड फेंकने का जिम्मा कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के डिस्ट्रिक्ट कमांडर फारूक अहमद भट्ट ने दिया था। धमाका इतना तेज था कि आसपास खड़ी चार-पांच गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रेनेड फेंका गया था जो गिरकर बस के नीचे चला गया और उसके बाद धमाका हुआ है। यह धमाका चिंतनीय है क्योंकि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पूरा राज्य अलर्ट में था और कैसे खुफिया एजेंसियां इस बारे में कोई जानकारी क्यों नहीं जुटा सकी।