हल्द्वानीः एक बार फिर से उत्तराखंड का एक वीर सपूत मातृभूमि के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। उत्तराखंड के चंपावत जिले के जांबाज जवान राहुल रैंसवाल अवंतीपोरा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए।
बता दें कि शहीद राहुल रैंसवाल (25) के पिता वीरेंद्र सिंह रैंसवाल इस वक्त पत्नी हरू देवी के साथ चंपावत के कनलगांव में रहते हैं। मंगलवार को ख्रीव के जंतरंग इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस आधार पर सेना की 50 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों ने सुबह करीब 11 बजे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। घेरा सख्त होने पर वहां एक मकान में छिपे आतंकियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की। आतंकियों के हमले में 18 कुमाऊं (अभी 50 आरआर) के जवान राहुल रैंसवाल शहीद हो गए।
शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। राहुल रैंसवाल 2012 में फौज में भर्ती हुए थे। जबकि उनके बड़े भाई राजेश रैंसवाल भी 2009 से फौज में है। और इस समय 15 कुमाऊं में लखनऊ में तैनात है। राहुल के दादा भी फौज में ही थे। अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया ने बताया कि शहीद राहुल रैंसवाल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।