उत्तराखंड में कोरोना के मामले 280 के पास पहुंच गए हैं। फिलहाल मेडिकल बुलेटिन का इंतजार किया जा रहा है। आज चमोली से तीन मामले सामने आए हैं। तीनों एक ही परिवार के हैं। पूर्व में दिल्ली से चमोली लौटे युवक की पत्नी, बहन और बच्चा कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इस मामले ने पूरे जिले में पैनिक बटन दबा दिया है। उत्तराखंड में 90 प्रतिशत से ज्यादा मामले प्रवासियों के हैं। इससे पहले उत्तराखंड में हालात काबू में थे लेकिन लॉकडाउन में ढील मिलने व प्रवासियों के आगमन के बाद मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। फिलहाल राज्य में 56 मरीजों ने कोरोना वायरस को मात दी है। राज्य में सबसे पहला मामला 15 मार्च को आया था।
कोरोना वायरस से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सभी जिला प्रशासन ने क्वारंटाइन और होम क्वारंटाइन का नियम अनिवार्य किया गया है। नैनीताल जिले में शनिवार को मास्क ना पहनने और होम क्वारंटाइन ना होने पर दो युवकों पर केस दर्ज किया गया है।
शनिवार को राज्य में 91 मामले सामने आए थे। सबसे ज्यादा मामले नैनीताल जिले के रहे जिनकी संख्या 57 थी। दरअसल, महाराष्ट्र से हरिद्वार के लिए ट्रेन चली थी और ये सभी प्रवासी उसी में सवार थे। इस पूरे मामले ने सभी के रोंगते खड़े कर दिए थे। लेकिन कोरोना वायरस पिछले तीन महीने से हम सभी की जिंदगी के बीच रह रहा है। 56 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दी तो कोई अन्य भी दे सकता है। बीमारी कैसी भी हो उसका मुकाबला मिलकर करना है और इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई सकारात्मक रूप में जारी रखनी है ना कि लोगों को डराकर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाए।