हल्द्वानी: टिकटॉक क क्रेज युवाओं में जोरों से बोल रहा है। देश भर के युवा टिकटॉक में वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। ऑनलाइन पैसे कमाने के लिए कइयों ने अपना करियर टिकटॉक के हवाले कर दिया है। उत्तराखण्ड के रुड़की में दो युवकों ने टिकटॉक के लिए घर ही छोड़ दिया। उन्होंने अपने परिवार से कहा कि अब नौकरी की जरूरत नहीं है और वह इस एप से ही पैसे कमा सकते हैं।
खबर के अनुसार सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित कर्नल एन्क्लेव निवासी एक युवक पॉलिटेक्निक का छात्र है, जबकि दूसरा छात्र डिफेंस कॉलोनी निवासी दसवीं का छात्र है। दोनों छात्रों की गहरी दोस्ती है। लंबे वक्त से वह टिकटॉक में वीडियो बना रहे थे। पूरा दिन टिकटॉक में बीत जाता था। इसके अलावा दोनों इन वीडियोज़ को यूट्यूब में भी पोस्ट करते थे। परिवार वालों ने उन्हें टिकटॉक छोड़ पढ़ाई में ध्यान देने के लिए कहा लेकिन वह नहीं मानें। इस वजह से घर वालें के साथ भी उनका विवाद होता था। इस बीच पॉलिटेक्निक के छात्र ने अपनी मां से कहा कि उसे पढ़ाई कर नौकरी करने की कोई जरूरत नहीं है। वह टिक टोक पर ही वीडियो बनाकर कमाई कर अपनी जिंदगी गुजार लेगा।
इस पर उनकी परिजनों से बहस भी होने लगी थी। इस बीच पॉलिटेक्निक के छात्र ने अपनी मां से कहा कि उसे पढ़ाई कर नौकरी करने की कोई जरूरत नहीं है। वह टिक टोक पर ही वीडियो बनाकर कमाई कर अपनी जिंदगी गुजार लेगा। यह बात बोलकर पॉलिटेक्निक का छात्र अपने साथी हाईस्कूल के छात्र के साथ सोमवार की रात घर छोड़कर चला गया। दोनों ही छात्र जब देर रात तक घर नहीं लौटे तो परिजनों उन्हें खोजने की कोशिश की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली।
इस पर परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी तो वह कोतवाली पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। रात में ही पुलिस ने दोनों छात्रों की शहर में कई जगहों पर तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि दोनों छात्रों की गुमशुदगी दर्ज कर ली गई है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि छात्रों को कॉल की गई थी तो नंबर बंद आया। पुलिस का कहना है कि पॉलिटेक्निक के छात्र के परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल की तो नंबर बंद मिला।