मौसम विभाग ने उत्तराखंड में देहरादून सहित 10 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही अगले दो दिन तक चार जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार 22 जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि कहीं-कहीं आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
वहीं 23 जुलाई को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और चमोली जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होगी। 24 जुलाई को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और चमोली जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 25 जुलाई को भी प्रदेश भर में बारिश की संभावना है।
पिथौरागढ़ के बंगापानी तहसील के टांगा गांव में रविवार देर रात भारी बारिश के बाद जमींदोज चार मकानों के मलबे से रेस्क्यू टीम ने मंगलवार शाम तक लापता पांच ग्रामीणों के शव निकाले हैं। इसके साथ जिले में आपदा प्रभावित दो गांवों में मृतकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई। मलबे में अभी छह और ग्रामीण दबे हैं। उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश से राज्य की कुल 132 सड़कें बंद हो गई। सड़कों के बंद होने से कई जिलों में यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मंगलवार को राज्य में 80 नई सड़कें बंद हुई जिससे कुल बंद सड़कों की संख्या दोपहर तक 180 पहुंच गई। लेकिन शाम तक लोक निर्माण विभाग ने 48 सड़कों को खोल दिया। जिससे अब 132 सड़कें बंद हैं।
आपको बता दे देश में मौजूदा मॉनसून में अब तक सामान्य से 6 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है लेकिन उत्तर भारत में कम बारिश हुई है। विभाग के मौसम विज्ञान संबंधी 4 संभाग हैं। जिनमें दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत संभागों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई। आईएमडी के अनुसार लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत में अब तक 19 फीसद कम वर्षा हुई है। इस संभाग में जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान आते हैं। विभाग ने बताया कि रविवार तक हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में कम वर्षा दर्ज की गई। लद्दाख में तो बहुत कम वर्षा हुई है।