उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में 60 से ज्यादा संपर्क मार्गों पर यातायात बाधित है। नदियां उफान पर हैं। यमुनोत्री हाईवे मंगलवार देर रात नौगांव बड़कोट के पास भूस्खलन होने से बंद हो गया है। मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी मशनी लगाई गई है। वहीं तोता घाटी में सड़क खोलते समय मशीन के ऊपर पत्थर गिरा गया। जिसमे ऑपरेटर घायल हो गया है। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग तोता घाटी के समीप मलवा आने के कारण अवरुद्ध है। वहीं तवाघाट- शोबला बॉर्डर रोड मलवा आने के कारण अवरुद्ध है।
उत्तरकाशी जिले में सोमवार देर रात से जारी बारिश के कारण जगह-जगह हुए भूस्खलन से यमुनोत्री हाईवे समेत करीब आधा दर्जन मार्ग घंटों बाधित रहे। हालांकि मंगलवार देर शाम तक अधिकांश मार्गों पर यातायात बहाल कर दिया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को सही साबित करते हुए जिले में सोमवार रात से झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया, जो मंगलवार को भी जारी रहा। लगातार हो रही बारिश के कारण सोमवार देर रात को यमुना घाटी के खरादी क्षेत्र के पास भूस्खलन हो गया, जिससे यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया।
एनएच के कर्मचारियों ने मंगलवार सुबह करीब 10 बजे मलबा हटाकर सुचारु किया। बारिश के चलते पहाड़ियों से जगह-जगह मलबा पत्थर गिरने के कारण इंद्रा टिपरी, बादसी, चिन्यालीसौड़ जोगत, सिलक्यारा बनगांव और भुक्की कुज्जन मोटर मार्ग भी बाधित हुए। हालांकि देर शाम तक इनमें से चार मोटर मार्गों को पुन: बहाल कर दिया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यमुनोत्री हाईवे समेत अधिकांश मोटर मार्गों पर यातायात सुचारु हो गया है, जबकि भुक्की कुज्जन मोटर मार्ग 23 जुलाई तक खुलने की संभावना है।
आपको बता दे की उत्तराखंड में मौसम विभाग ने देहरादून सहित 10 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही अगले दो दिन तक चार जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार 22 जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि कहीं-कहीं आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।