हल्द्वानी: घरेलू क्रिकेट में उत्तराखण्ड के गेंदबाजों द्वारा इतिहास रचने का कारनामा जारी है। सीनियर टीम के मयंक मिश्रा के बाद अंडर-23 उत्तराखण्ड टीम के सदस्य विकास कृष्णा पाल ने त्रिपुरा के खिलाफ इतिहास रच दिया। उनकी शानदार गेंदबाजी के बदौलत उत्तराखण्ड ने वनडे मुकाबले में शानदार 7 विकेट से जीत हासिल की। उत्तराखण्ड के इस सीजन हैट्रिक लेने वाले दोनों खिलाड़ी रुद्रपुर के निवासी है। विकास रुद्रपुर की रुद्रालाइंस क्रिकेट एकेडमी में कोच नवीन टम्टा से प्रक्षिशण लेते हैं।
रुद्रपुर धर्मपुर के रहने वाले विकास के पिता कृष्णा पाल पेशे से किसान हैं। वहीं मां कृष्णा देवी गृहणी हैं। त्रिपुरा के खिलाफ विकास ने 10 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट अपने किए। त्रिपुरा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 47.1 ओवर में 172 रन बनाए। त्रिपुरा की ओर से बल्लेबाजी में बिक्रम दास ने शानदार 100 रन बनाए लेकिन दूसरे छोर से उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। इसी बीच आखिरी 10 ओवर में उत्तराखण्ड के तेज गेंदबाज विकास ने इतिहास रच दिया। टीम के लिए 42वां ओवर विकास ने डाला। उन्होंने पहली गेंद पर श्याम शकिल, दूसरी गेंद पर शुभम घोष और तीसरी गेंद पर चंदन रॉय को पवेलियन भेजा। लक्ष्य का पीछा करते हुए उत्तराखण्ड ने 93 गेंद शेष रहते 7 विकेट से मुकाबले को अपने पक्ष में कर लिया। बल्लेबाजी में तनुष गुसाई ने शानदार 108* रन बनाए। इसके अलावा आर्यन शर्मा ने 38 रनों का योगदान दिया।
विकास की कामयाबी पर कोच नवीन टम्टा ने खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि विकास एक शानदार गेंदबाज है। वह अपनी ताकत को समझता है। मुझे खुशी है कि उसके माता-पिता के सहयोग से वह इतिहास रचने में कामयाब हुआ है। मयंक के बाद विकास का हैट्रिक लेना शहर के लिए एक उपलब्धि है, और युवा खिलाड़ियों ने इनसे सिखना चाहिए। बता दें कि विकास ने इस टूर्नामेंट में 11 विकेट लिए हैं और उत्तराखण्ड की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।