उत्तराखंड में गुरुवार को सामने आई एक खबर ने हजारों लोगों को परेशान कर दिया। राज्य में शराब की दुकानें 15 मई से बंद होने की खबर सामने आ रही है। कई दुकानों के बाहर दुकानदारों ने बैनर लगा दिया है, जिसमें लिखा है कि 15 मई से दुकाने बंद रहेगी। उत्तराखंड में लॉकडाउन-3 के लागू होने के बाद से शराब की दुकाने खोलने का फैसला लिया गया है। शराबप्रेमी सरकार के इस फैसले से खुश थे लेकिन यह खुशी केवल 11 दिन तक की रह सकती है।
इसके पीछे का कारण है सरचार्ज, ठेकेदार चाहते हैं कि उनका मार्च महीने के 9 दिनों का सरचार्ज माफ कर दिया जाए। सरकार की ओर से उन्हें आश्वासन तो मिला था लेकिन फैसला नहीं हो पाया है। लॉकडाउन के चलते दुकानें बंद रही थी, ठेकेदारों का कहना है कि हमारी बिक्री नहीं हुई तो बहम भुगतान कैसे करें। शराब व्यावसासियों ने सोमवार को आबकारी मुख्यालय में अतिरिक्त आबकारी आयुक्त बीएस चौहान को इस सम्बंध में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि उन्हें जो दुकानें नए वित्तीय वर्ष 2020-21 में अप्रैल में खोलनी थी वो लॉकडाउन के कारण 4 मई से खोली जा सकी हैं। दुकानें आवंटित करते वक्त उन्हें सुबह 10 से रात्रि 11 बजे तक दुकानों को खोलने का समय निर्धारित था जो अब लॉकडाउन के चलते सुगह 7 बजे से शाम 4 बजे तक किया गया है। समय में कटौती के कारण भी बिक्री प्रभावित हुई है।
इसके अलावा सरकार ने अब शराब की बिक्री पर कोविड–19 टैक्स भी लगाया है जिससे शराब व्यवसायियों का लाभ 20 प्रतिशत से घटकर मात्र 14.5 फीसदी रह गया है। गुरुवार को कैबिनेट की बैठक तो हुई थी लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। उत्तराखण्ड के शराब व्यवसायियों ने 15 मई को प्रदेशभर में सभी शराब की दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के बाद बदली परिस्थितियों में शराब का व्यवसाय लाभदायक नहीं रह गया है लिहाजा सरकार को उनके बारे में सोचना चाहिये। हालांकि आज ठेकेदारों की आबकारी आयुक्त से मुलाकात होगी और इसके बाद ही ये स्थिति साफ हो पाएगी कि 15 मई से ठेके बंद हो रहे हैं या नहीं।