देहरादून: प्रेमी की शादी तय होने से नाराज शादीशुदा प्रेमिका ने भाइयों के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने युवक को मुजफ्फरनगर के बरला ले जाकर उसकी हत्या की। पुलिस ने शव को भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। बता दें कि एक अगस्त को कलियर के हबीबपुर के रहने वाले चौधरी भरत सिंह ने इमलीखेड़ा चौकी पर अपने बेटे रोजी कुमार की गुमशुदगी की तहरीर दी थी।बताया कि था कि 30 जुलाई को वह बाइक लेकर रोशनाबाद जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचा। पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन खंगाली तो लोकेशन मुजफ्फरनगर के बरला गांव में मिली।
रविवार को एसएसपी डी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। दूसरी जगह शादी तय होने से नाराज प्रेमिका ने ही अपने दो सगे भाइयों व एक अन्य के साथ मिलकर रोजी कुमार की हत्या की। पुलिस ने मुजफ्फरनगर के बरला गांव के जंगल से शव भी बरामद कर लिया है। पुलिस को अब मृतक की बाइक और अन्य सामान की तलाश है।
कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस को इस मामले का क्लू मिला। सामने आया कि मोबाइल पर रोजी की बात नगला इमरती निवासी महिला शिक्षा से भी हुई थी। पुलिस को शिक्षा के मोबाइल की लोकेशन भी बरला गांव में मिली। शक होने पर पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी सच्चाई बता दी।
पुलिस ने बताया कि महिला अपने पति से अलग मायके में रहती है। इसी बीच उसकी रोजी से दोस्ती हुई और दोनों के बीच संबंध भी बनें। महिला को 30 जुलाई को रोजी की शादी के बारे में पता चला। इससे नाराज होकर उसने अपने भाई रोहित, आदेश कुमार और भाइयों के दोस्त रजत उर्फ खतरा निवासी नगला इमरती को जानकारी दी। इसके बाद सभी ने रोजी की हत्या का प्लान बनाया।
मुजफ्फरनगर के बरला गांव ले जाकर की हत्या
30 जुलाई को ही शिक्षा ने रोजी को कॉल कर रुड़की एमएच तिराहे पर बुलाया और मुजफ्फरनगर के बरला गांव चलने को कहा। रोजी उसे बाइक पर बैठाकर बरला की ओर चल पड़ा। इसके पीछे से रोहित, आदेश और रजत भी एक बाइक भी चल रहे थे। शिक्षा ने रोजी से बरला के पास स्थित पेट्रोल पंप के पीछे जंगल में बाइक ले जाने की बात कही।
दोनों पेट्रोल पंप के पीछे खड़े होकर बातचीत करने लगे। इस बीच रोहित, आदेश और रजत भी पहुंच गए। तीनों को देखकर रोजी जंगल की ओर भागने लगा। तीनों से कुछ देर दूर जाकर उसे पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट की और गमछे से गला दबाकर हत्या कर शव गन्ने के खेत में फेंक दिया। इसके बाद चारों उसकी बाइक, मोबाइल, पर्स और हत्या में प्रयुक्त गमछा लेकर लिब्बरहेड़ी के पास गंगनहर पहुंचे।
यहां आरोपियों ने बाइक समेत पूरा सामान गंगनहर में फेंक दिया। खुलासे के बाद चारों को गिरफ्तार कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये ईनाम देने की भी घोषणा की। पुलिस ने यह भी बताया कि रोजी मेधावी छात्र था। वो एमएससी की पढ़ाई करने के साथ ही नौकरी कर रहा था। वह आईएएस और आईपीएस की भी परीक्षा दे चुका है। परिवार के लोग उसकी मेहनत और लगन को देखकर खुश होते थे, लेकिन रोजी की हत्या के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। परिजनों को विश्ववास नहीं हो रहा है कि रोजी इस दुनिया में नहीं रहा।