देहरादून: संतुष्टि इंसान को आगे बढ़ने से रोकती है। सकारामत्क नजरिए से देखें तो, व्यक्ति कमफर्ट जोन में चला जाता है और फिर उसे हर चीज मुश्किल लगती है। दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग होते हैं जो परिश्रम के साथ ऐसा नाता बना लेते हैं कि उन्हें हर दिन एक नए लक्ष्य को प्राप्त करना होता है। आपने सुना होगा जो कम पैसो में संतुष्ट हो जाता है वो कभी अमीर नहीं बन सकता है। सरकारी नौकरी पाने का सपना करोड़ो युवा देखते हैं लेकिन पूरा कुछ का ही होता है। कई ऐसे भी होते हैं जो सरकारी नौकरी होने के बाद भी बड़े पद पर जाने का सपना देखते हैं और पढ़ाई का साथ नहीं छोड़ते हैं। ऐसा ही कुछ चंपावत जिले के कल्याण सिंह मेहरा ने किया।
ग्राम-बुड़ाखेत के रहने वाले कल्याण सिंह ने UKSSSC परीक्षा में कामयाबी हासिल की है। इससे पहले भी वो प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर चुके हैं। पिछले एक साल से कल्याण सिंह वन आरक्षी/ बीट अधिकारी के पद पर तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर में तैनात हैं। जानकारी के मुताबिक कल्याण सिंह ने ड्यूटी में रहते हुए कनिष्ठ सहायक की परीक्षा की तैयारी की है। कल्याण सिंह मेहरा ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर खटीमा से की है। इसके बाद उन्होंने खटीमा महाविद्यालय से B.A और डीएसबी कैंपस नैनीताल से M.A. की डिग्री हासिल की है।
कल्याण सिंह मेहरा ने कनिष्ठ सहायक की भर्ती परीक्षा को 68.15 अंक प्राप्त करके परीक्षा उत्तीर्ण की है। उनके पिता शिवराज सिंह मेहरा वन विकास निगम में कार्यरत है और उनकी मां पार्वती देवी एक कुशल ग्रहणी है। आपकों जानकर हैरानी होगी कि कल्याण सिंह मेहरा ने कनिष्ठ सहायक के साथ-साथ ग्राम विकास अधिकारी, वन आरक्षी एवं हाईकोर्ट एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा में भी कामयाबी हासिल की है।