देहरादून:उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का खेल इतना गहरा हो जाएगा किसी ने सोचा नहीं था। इस खेल में राजनीतिक दल इस तरह से प्रभावित होंगे 14 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अभी तक दावेदारों की सूची भी जारी नहीं की है।
भाजपा से निष्कासित होने के बाद हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होने के लिए बेताब हैं। माना जा रहा है कि वह अपनी बहू की एंट्री भी करवाना चाहते हैं। हरक सिंह रावत के भाजपा से निकाले जाने के बाद हरीश रावत ने कहा था कि अगर वह माफी मांग ले तो उन्हें कांग्रेस में शामिल किया जा सकता है।
बता दें कि साल 2016 में हरक सिंह रावत ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। साल 2017 से लेकर 2022 तक भाजपा ने तीन मुख्यमंत्री बदले थे और तीनों कैबिनेट में हरक सिंह रावत को जिम्मेदारी मिली थी हालांकि वह अपने बयानों के वजह से सुर्खियों पर रहे थे जिससे पार्टी दुविधा में पड़ती थी।
हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होने के लिए बेताब हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के नेताओं से संपर्क में हैं और जल्द उन्हें नए फैसले के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरीश रावत मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनसे 100 बार माफी मांग सकता हूं।
'Harish Rawat is my elder brother, can apologise to him a 100 times', says Expelled Uttarakhand BJP minister #HarakSinghRawat https://t.co/2HLanA1eO6
— Mirror Now (@MirrorNow) January 18, 2022
मैं केवल उत्तराखंड का विकास चाहता हूं और इसलिए राजनीति से जुड़ा हूं। अब साफ हो गया है कि हरक सिंह रावत पर फैसला लेने के बाद कांग्रेस को एक बार फिर टिकट को लेकर मंथन करना होगा और उसके बाद ही दावेदारों की सूची सामने आ पाएगी।