देहरादून: प्रदेश के युवाओं की आंखें यदि आज राज्य के युवा मंत्री सौरभ बहुगुणा को उम्मीद से देखती हैं, तो इसके पीछे एक कारण है। कारण है विश्वास, वो विश्वास जो युवा मंत्री ने अपने राजनीतिक करियर, या कहें बतौर मंत्री कमाया है। सौरभ बहुगुणा उन मंत्रियों में से एक हैं, जिनके लिए परिणामों से अधिक प्रिय प्रयास होते हैं। पशुपालन विभाग, दुग्ध विकास विभाग को चकाचौंध में लाने वाले सौरभ बहुगुणा कौशल विकास मंत्री भी हैं और अब इस विभाग की रौशनी भी युवाओं के सुनहरे भविष्य की नींव रख रही है।
आपको बता दें कि कौशल विकास मंत्रालय संभाल रहे सौरभ बहुगुणा, एक युवा मंत्री होने के नाते, युवाओं के सपनों को बेहतर तरह से समझते हैं। यही कारण है कि युवाओं को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में निपुण बनाकर उन्हें रोजगार प्रदान कराने के लिए वह निरंतर प्रयासरत हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” के सपनों को पंख देने के साथ साथ सौरभ बहुगुणा युवाओं के “मार्गदर्शक” बनकर उनका हित अहित सोच रहे हैं।
ज्ञात हो कि, संयुक्त राष्ट्र द्वारा कौशल के बढ़ते महत्व के दृष्टिगत 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस घोषित किया गया है। इसी क्रम में कैबिनेट मंत्री बहुगुणा शनिवार को देहरादून में “विश्व युवा कौशल दिवस” के अवसर पर आयोजित “कौशल का उत्सव” कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और उन्होंने मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के अंतर्गत भारत-जापान तकनीकी इन्टर्न प्रशिक्षण कार्यक्रम (TITP) के प्रथम बैच का शुभारंभ किया।
दरअसल, जापान में Elderly Care Giver के रूप में कार्य करने हेतु 32 युवाओं का चयन किया गया है। आईटीआई सहसपुर (स्किल हब) में प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत युवाओं को जापान में विभिन्न Elderly Care Facilities में सेवायोजित किया जायेगा। बता दें कि राष्ट्रीय मांग के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में राज्य के युवाओं हेतु उपलब्ध अवसरों से जोड़े जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा विदेश रोजगार प्रकोष्ठ गठित किया गया है।
इसके माध्यम से विदेश रोजगार हेतु युवाओं को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण देने के अलावा संबंधित देश की भाषा, संस्कृति, काम करने के तरीकों के बारे में भी शिक्षित किया जाता है। राज्य सरकार प्रशिक्षण पर होने वाले व्यय का 20 प्रतिशत वहन करती है। बहरहाल, आज कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अशोक लीलैंड के साथ तीन वर्ष का एमओयू भी साइन किया।
इस एमओयू के तहत प्रति वर्ष 1000 युवाओं को इंटर्नशिप कराई जाएगी। इसका अर्थ यह हुआ कि तीन साल के भीतर 3000 युवा रोजगार पाने के करीब होंगे। इस कार्यक्रम के अवसर पर युवा मंत्री ने कहा, “आइए हम संकल्प लें कि हम स्वयं को कुशल एवं दक्ष बनाते हुए सफलता की ओर बढ़ेगें।” इस दौरान विभिन्न शीर्ष अधिकारीगण, कंपनियों के प्रतिनिधि और विशेष तौर पर युवा मौजूद रहे।
सितारगंज के विधायक सौरभ बहुगुणा, मंत्री के रूप में बहुत जल्द प्रदेश के युवाओं के साथ साथ हर वर्ग के पसंदीदा मंत्री बन गए हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि सौरभ बहुगुणा में उनके दादा, हेमवती नंदन बहुगुणा की परछाई साफ नज़र आती है। खैर, युवाओं की उम्मीद बने सौरभ बहुगुणा आने वाले समय में क्या कुछ करते हैं, यह दिलचस्प होने वाला है।