Uttarakhand News: IAS Radha Rautri: उत्तराखंड के लिए 31 जनवरी 2024 का दिन बेहद खास रहा। राज्य के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने महिला आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव नियुक्त किया है। मध्य प्रदेश की बेटी और उत्तराखंड की बहू राधा रतूड़ी पहली मुख्य सचिव बन गई है। आईएएस राधा रतूड़ी के करियर की शुरुआत पत्रकारिता से हुई थी। इसके बाद उन्होंने इंडियन इनफॉरमेशन सर्विस (आईआईएस) और इंडियन पुलिस सर्विस (आईपीएस) के बाद इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आईएएस) तक का सफर तय किया।
आईएएस राधा रतूड़ी के पिता बीके श्रीवास्तव सिविल सर्विस में थे। उन्होंने ही बेटी को सिविल सेवा की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया। राधा रतूड़ी ने साल 1985 में अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन मास कॉम्यूनिकेशन से पूरी की थी। उच्च शिक्षा हासिल करने बाद उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस मुंबई में ट्रेनिंग भी की थी। इसके बाद उन्होंने इंडिया टुडे मैगजीन में भी काम किया। हालांकि, पिता की सलाह के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी।
सबसे पहले राधा रतूड़ी को इंडियन इंफॉर्मेशन सर्विस में सफलता मिली। 1986 में उन्होंने दिल्ली आकार फिर से UPSC की परीक्षा दी और राधा रतूड़ी को इंडियन पुलिस सर्विस में जगह मिली। साल 1987 में राधा रतूड़ी आईपीएस में सफलता मिली थी। उन्होंने हैदराबाद में ट्रेनिंग भी हासिल की, जहां उनकी मुलाकात 1987 बैच के ही आईपीएस अनिल रतूड़ी से हुई। दोस्ती बाद में दोनों शादी के बंधन में बंध गए। बता दें कि अनिल रतूड़ी उत्तराखंड के डीजीपी का पद संभाल चुके हैं।
राधा रतूड़ी आईपीएस तक नहीं रुकी, उन्होंने फिर से UPSC परीक्षा दी और 1988 में सफलता मिली। मध्य प्रदेश बैच की टॉपर राधा रतूड़ी को मध्य प्रदेश कैडर मिला। आईएएस राधा रतूड़ी 4 राज्यों में सेवाएं दे चुकी हैं। वह प्रतिनियुक्ति पर आंध्र प्रदेश में पोस्टिंग लेकर 2 साल जॉइंट सेक्रेटरी के रूप में सेवारत रहीं। वर्ष 1999 में वह वापस उत्तर प्रदेश आ गई। 9 नवंबर 2000 को जब उत्तराखंड राज्य बना तो राधा रतूड़ी ने उत्तराखंड कैडर ले लिया। इसके बाद से अब तक उत्तराखंड में सेवाएं दे रहीं हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में राधा रतूड़ी ने कई जिलों में जिलाधिकारी रहीं। उत्तराखंड में लगभग 10 साल तक चीफ इलेक्ट्रोल ऑफिसर का काम संभाला।
बता दें कि 1988 बैच के आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु का कार्यकाल आज समाप्त हो गया है। संधु को सेवानिवृत्ति के बाद छह महीने का एक्सटेंशन दिया गया था, जो आज पूरा हो गया। उनके स्थान पर आईएएस राधा रतूड़ी को नियुक्त किया गया है।