हल्द्वानी : पहाड़ की शांत वादियों में बदमाशों को मित्र पुलिस का जैसे खौफ ही नहीं रहा है। बेखौफ चोरों ने कांस्टेबल के घर को निशाना बना कर करीब साढ़े तीन लाख के जेवरात उड़ा लिए। चोर अलमारी में रखे 10 हजार रुपये भी समेट कर फरार हो गए। वारदात को अलसाई रात में अंजाम दिया गया। घटना के पीछे फेरी वालों का हाथ होने की आशंका है। अलबत्ता राजस्व पुलिस स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
मामला विकासखंड के देघाट स्थित पपड़िया गांव का है। बागेश्वर कोतवाली में तैनात कास्टेबल प्रकाश भतरौजी के गांव में दो मकान हैं। बीती रात पुलिस कर्मी के पिता वासुदेव भतरौजी व माता पुराने घर को बंद कर करीब आठ फीट की दूरी पर अपने दूसरे मकान में रहने चले गए। मध्यरात्रि के बाद बदमाशों ने बंद पड़े मकान को निशाना बनाया । मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर चोर भीतर घुसे। बेडरूम में रखी अलमारी को मास्टर की से खोलकर वहां रखे दो जोड़ी कान के झुमके, नथ, मंगलसूत्र, मांग टीका, अंगूठी व दस हजार रुपये कैश लेकर फरार हो गए। जाते जाते चोर जेवरात के डिब्बे कमरे में ही फेंककर चले गए।
तड़के लगभग तीन बजे गृहस्वामी वासुदेव को बंद पड़े मकान के बाहर आहट का अहसास हुआ। मगर जंगली जानवर के भय से वह बाहर नहीं निकले। कुछ देर बाद लाइट जला कर मौके पर गए तो घर का दरवाजा खुला व ताला टूटा देख उनके होश उड़ गए। भीतर कमरे में अलमारी से जेवरात गायब थे। चोरी किए गए माल की कीमत करीब साढ़े तीन लाख रुपये आंकी जा रही है। उन्होंने तत्काल बागेश्वर पुलिस में तैनात पुत्र को सूचना दी। राजस्व पुलिस को तहरीर दे दी गई है।
बागेश्वर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल प्रकाश भतरौजी का अगले वर्ष दिसंबर में विवाह तय हुआ है। पुलिस कर्मी के अनुसार मां ने अपने आभूषणों के साथ ही होने वाली बहू के लिए बनाए गए जेवर भी घर की अलमारी में संभाल कर रखे थे। पुलिस कर्मी के परिजनों ने जेवर वाली अलमारी की चाबी पास ही बैड पर तकिये के नीचे रखी थी। चोरों को वह चाबी नहीं मिली। अंदेशा है कि बदमाशों ने अपनी ‘मास्टर की’ से ताला खोल आभूषणों पर हाथ साफ कर लिए।