देहरादून: राज्य की ये पीढ़ी बस आगें बढ़ना चाहती है। चुनौती मानों इसने अपना हमसफर बना दिया है क्योंकि ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं जहां पहाड़ के बच्चे अपना दम और रंग दोनों दिखा रहे हैं। शिक्षा से खेल हो या फैंशन देवभूमि की प्रतिभा चर्चा का विषय बना हुआ है। खिताब जीतना उनकी आदत में शुमार हो गया है अगर ऐसा नहीं भी होता है तो वो अपनी मौजूदगी से विरोधियों का दिल भी जीत लेते हैं।
एक बार फिर फैशन के क्षेत्र से उत्तराखण्ड के खाते में कामयाबी आई है। देहरादून में की सुनीता चंदेल बौड़ाई ने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता मिसेज इंडिया पर्सनैलिटी क्वीन का खिताब अपने नाम कर लिया है। इस प्रतियोगिता में 120 प्रतियोगी मौजूद थे और पहाड़ की बेटी हर किसी से आगे निकल गई। इस प्रतियोगिता में वेशभूषा, नृत्य, रैंप वाक, टैलेंट को सामने रखने की चुनौती सुनीता के सामने थी लेकिन उन्होंने चुनौतियों को मात देते हुए खिताब पर अपना नाम जमा, देवभूमि का परचम लहराया। सुनीता चंदेल ने फिनाले में कुमाऊंनी वेशभूषा में लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। इसी प्रतियोगिता के दूसरे चरण में योग, डोसा मेकिंग, मार्शल आर्ट में भी प्रदर्शन कर प्रतिभा दिखाई। उन्होंने इस जीत का श्रैय अपने परिवार को दिया है।
नीता चंदेल बौड़ाई ने मौजूदा वक्त में उत्तराखण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में बतौर अस्सिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत है।वहीं उन्होंने ग्राफ़िक एरा डीमेड यूनिवर्सिटी देहरादून से कण्ट्रोल सिस्टम इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से नवीकरणीय ऊर्जा / अक्षय ऊर्जा की पढ़ाई भी की है। इससे पहले सुनीता ने मिसेज इंडिया उत्तराखण्ड का ख़िताब अपने नाम किया है। इस जीत के बाद सुनीता एशिया इंटरनेशनल प्रतियोगिता के ब्यूटी कान्टेस्ट में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। सुनीता के मिसेज इंडिया पर्सनैलिटी क्वीन का खिताब जीतने के बाद राज्य भर से बधाई आ रही हैं। वहीं देहरादून में उन्हें इस कामयाबी के लिए सम्मानित भी किया गया।