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हैड़ाखान लूगड़ गांव के भूपेंद्र चिलवाल को बधाई, UPSC परीक्षा में मिली सफलता


Uttarakhand: UPSC: Bhupendra Chilwal: नैनीताल जिले के भूपेंद्र चिलवाल ने राज्य का नाम रौशन किया है। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा वर्ष 2023 में आयोजित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार,भूपेंद्र चिलवाल पुत्र गोपाल सिंह चिलवाल मूल रूप से लूगड़ हैड़ाखान के रहने वाले हैं और मौजूदा वक्त में फतेहपुर हल्द्वानी में रहते हैं।

प्रारंभिक शिक्षा से लेकर बड़ी सफलता तक का सफर

भूपेंद्र की प्रारंभिक शिक्षा हल्द्वानी स्थित हरगोविंद सुयाल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल से हुई। भूपेंद्र एक मेधावी छात्र थे। उन्होंने उत्तराखंड बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में प्रदेश में चौथा स्थान और बारहवीं की परीक्षा में 15वां स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भूपेंद्र ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की और अपनी निष्ठा व धैर्य के साथ निरंतर प्रयास करते रहे।

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संघर्ष और उतार-चढ़ाव के बीच मिली प्रेरणा

भूपेंद्र के लिए यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने कई बार असफलताओं का सामना भी करना पड़ा लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। भूपेंद्र बताते हैं कि तैयारी के दौरान कईं उतार-चढ़ाव आए। हर असफलता से उन्होंने कुछ नया सीखा और अपनी रणनीति को और बेहतर किया। उनके अनुसार, यदि कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य के प्रति निष्ठा और ईमानदारी से मेहनत करता है, तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में धैर्य और दृढ़ता बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि असफलताएं मानसिक रूप से तैयार रहने की मांग करती हैं।

परिवार का समर्थन और मार्गदर्शन का योगदान

भूपेंद्र ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बड़ी बहन और गुरुजनों को दिया है। उनके पिता गोपाल सिंह चिलवाल वर्तमान में हल्द्वानी के आयुर्वेद विभाग में कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां रेखा देवी, एक गृहिणी हैं। भूपेंद्र की बड़ी बहन प्रतिभा दिल्ली में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं।

ऑनलाइन माध्यम से की तैयारी

भूपेंद्र ने अपनी तैयारी घर पर रहकर, ऑनलाइन माध्यमों का सहारा लेते हुए की। उन्होंने अपने पढ़ाई के दौरान विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग किया और आधुनिक तकनीकों का भरपूर लाभ उठाया। ऑनलाइन अध्ययन ने उनकी तैयारी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्हें परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में मदद मिली। भूपेंद्र की इस उपलब्धि ने उनके परिवार और उनके गाँव को गौरवान्वित किया है। उनकी सफलता युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और अनुशासन के साथ किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।

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