Uttarakhand News: Bharat Parv: अपने पहाड़ की बात ही निराली है। यहां के प्राकृतिक नजारे हों या ठंडी हवा या पानी या फिर खानपान, जिसने एक बार इनका आनंद लिया वो ताउम्र यहां का मुरीद बन जाता है। ऐसा ही कुछ बीते दिनों दिल्ली के लालकिला मैदान में आयोजित भारत पर्व के दौरान देखने को मिला। यहां उत्तराखंड की लोक संस्कृति, कला, संगीत के साथ-साथ पहाड़ी उत्पादों और व्यंजनों को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। खानपान की बात हो और गहत की दाल, रागी-मंडुवे की रोटी और मोमो, पहाड़ी आलू के गुटके और झंगोरे की खीर का जिक्र न हो, ऐसा कैसे हो सकता है।
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से आए आत्मनिर्भर लोगों ने भारत पर्व में एक से बढ़कर एक उत्पादों के साथ अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। दिल्ली समेत अन्य राज्यों के लोगों ने भी उत्तराखंड के उत्पादों को हाथोंहाथ लिया। फूड स्टॉल पर मिलेट्स से बने सामान की भारी डिमांड रही। पहाड़ के सबसे पौष्टिक अनाजों में शुमार मंडुवे से बने स्वादिष्ट मोमो लोगों की पहली पसंद बने रहे। भारत पर्व में हिस्सा लेने आए किशन राम मिलेट्स से बने लजीज व्यंजन लेकर आए। इसमें रागी, कुलती, झंगोरा समेत अन्य मोटे अनाज से बने व्यंजन शामिल रहे। इसमें रागी से बने नूडल्स, मोमोज, स्प्रिंग रोल, रोटी और रागी के भटूरे, मिलेट्स स्पेशल थाली लोगों की पहली पसंद रही। वहीं कुलथी यानि गहत की दाल, रागी-मंडुवे की रोटी, पहाड़ी आलू के गुटके, झंगोरे की खीर और लाल चावल के उत्पादों को भी लोगों ने खूब सराहा।
बताते चलें कि पौष्टिकता के लिहाज से भी पहाड़ी व्यंजन सुपर फूड में शामिल हैं। समय के साथ देशभर के लोगों में उत्तराखंड के इन गुणकारी और लजीज मोटे अनाजों के प्रति क्रेज बढ़ा है। यही वजह है कि भारत पर्व के दौरान दिल्ली के लोगों में पहाड़ी अनाजों से बने उत्पादों को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला। मंडुवे के नूडल्स, मोमोज, स्प्रिंग रोल और भटूरे के साथ ही लोगों ने मुंह मीठा करने के लिए झंगोरे की खीर को भी जायके के साथ खाया। वहीं पहाड़ की उपजाऊ कृषि भूमि पर उगने वाली गहत, राजमा, उड़द समेत लाल चावल को भी लोगों ने हाथों हाथ लिया। लोग मोटे अनाज को खरीदकर भी ले गए। बताते चलें कि नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (NASVI) की ओर से 23 से 31 जनवरी तक आयोजित भारत पर्व के दौरान देशभर के 15 स्ट्रीट फूड वेंडर्स को स्थान दिया गया था।