हल्द्वानी:सफलता किसी चीज की मोहताज नहीं होती है। वो परिश्रम और लगन के रास्ते चलकर अपनी कहानी खुद लिखती है। पहाड़ की प्रतिभा ने देश व विदेशों में अपने परिश्रम का लोहा मनवाया है। ऐसी ही कहानी है रानीखेत के डाना पिलखोली निवासी 30 वर्षीय ज्योति बजेली की, जिन्होंने दुबई में आयोजित मिसेज़ इंडिया ग्लोब कांटेस्ट में थर्ड रनरअप का खिताब जीतकर उत्तराखण्ड का मान बढ़ाया। इसके अलावा ज्योति वूमेन ऑफ सबटेंस का टाइटल भी अपने नाम करने में कामयाब रही। ज्योति ने अपनी शिक्षा रानीखेत के जीजीआईसी से की। उसके बाद उन्होंने रानीखेत से ही अपना ग्रेजुएश्न भी पूरा किया।
ज्योति को जिंदगी ने ऐसा दर्द भी दिया जो इंसान को पूरी तरह से तोड़ देता है लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सपनों को पूरा करने का फैसला किया। ज्योति के पति सुंदर बजेली पांच गार्ड्स रेजिमेंट में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान 2015 में गोली लगने से वो शहीद हो गए थे। ज्योती का एक छोटा बेटा भी है और उसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप में उनके सिर पर आ गई। ज्योति ने हालात से समझोता करने के बजाए उससे लड़ने का फैसला किया।
ज्योति कहती है कि पति के निधन के बाद समाज से कई प्रतिक्रियाएं मिली लेकिन उन्होंने खुद के पैरों पर खड़े होने की ठानी। परिजनों के सहयोग से मुंबई के एक संसाधन से मेकअप आर्टिस्ट का कोर्स किया। वह कई सौंदर्य प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुकी है। ज्योति को दुबई में इस कॉन्टेस्ट जितने के बाद कई सारे टी०वी सीरियल , मूवीज के ऑफर भी मिल रहे है। ज्योति उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढाई कर रही है।
ज्योति की उपलब्धि पर पिता बालम सिंह मेहरा और माता बसंती मेहरा ने खुशी जाहिर की है। इस मौके पर रेदविंग्स की स्टेट डायरेक्टर हिमांसी बिष्ट वर्मा ने ज्योति को बधाई दी।
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