रुद्रप्रयाग: चोपता से लगे बनियाकुंड के जंगल में उत्तराखंड का पहला नेचर कैनोपी वॉक बनाने की कवायद की जा रही है। अगर सब ठीक रहा तो 20 फीट की ऊंचाई से प्राकृतिक सौंदर्य निहारने के साथ ही वन्य जीव व पक्षियों का दीदार किया जा सकेगा। इस संबंध में वन प्रभाग योजना का ढांचा तैयार कर जल्द शासन को भेजेगा।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक राज्य के कुवेशी गांव में देश का पहला नेचर वाॅकवे बना है। यह जमीन से 30 फीट ऊंचा और 240 मीटर लंबा है। यहां पहुंचने वाले पर्यटक वन्य जीवों के साथ जंगल की खूबसूरती को निहारते हैं। इसके अलावा जर्मनी के बबेरियन फॉरेस्ट नेशनल पार्क में दुनिया का सबसे बड़ा नेचर वॉकवे है, जो 1300 मीटर लंबा और जमीन से 25 मीटर ऊंचाई पर बना है।
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जानकारी के अनुसार पहले चरण में यहां पेड़ों पर 80 से 100 मीटर लंबी व ढाई फीट चौड़ी घुमावदार कैनोपी तैयार की जाएगी। जिसमें एक समय में पांच से छह पर्यटक चल सकेंगे। वहीं दूसरे चरण में वन क्षेत्र में कुछ स्थानों पर तीन से चार पेड़ों पर 5 से 10 मीटर लंबी वर्गाकार या तिकोनी कैनोपी तैयार की जाएगी। जिसका उपयोग व्यूं प्वाइंट के रूप में होगा। कैनोपी वॉक के संचालन व देखरेख की जिम्मेदारी प्रभाग द्वारा रेंज अधिकारियों की देखरेख में ईडीसी (ईको डेवलपमेंट कमेटी) को दी जाएगी।
वन प्रभाग डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने बताया कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यटकों व आमजन को पर्यावरण व वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से वन विभाग अब जंगलों को ईको फ्रेंडली बनाने की तैयारी में जुटा है। जहां कई पेड़ बहुत ऊंचे व पुराने हैं। इन पर कैनोपी से सैलानी प्राकृतिक सौंदर्य व वन्य जीवों का दीदार कर सकेंगे।
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