
Priyanka Rawat: JRF: Chamoli: उत्तराखंड की बेटियां आज शिक्षा और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। अपनी मेहनत और लगन से वे न केवल अपने परिवार का नाम रोशन कर रही हैं, बल्कि समाज और प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रही हैं। इन्हीं में से एक नाम है चमोली जिले की प्रतिभाशाली छात्रा प्रियंका रावत का, जिन्होंने हाल ही में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) जेआरएफ में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
चमोली जिले के नंदा नगर ब्लॉक के दूरस्थ गांव घूनी निवासी प्रियंका रावत ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की नेट जेआरएफ परीक्षा में देश भर में 92वां स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। परिणाम घोषित होते ही गांव और आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग लगातार प्रियंका को बधाई देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।
प्रियंका रावत, गोपाल सिंह रावत और सावित्री देवी की सुपुत्री हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से ही पूरी की, जो इस बात का प्रमाण है कि लगन और समर्पण से किसी भी परिस्थिति में सफलता प्राप्त की जा सकती है। साधारण परिवेश में पली-बढ़ी प्रियंका की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि प्रदेश की अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणादायक मिसाल बन गई है।
आज प्रियंका की मेहनत और उपलब्धि यह संदेश दे रही है कि अवसरों की कमी कभी भी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकती। सही दिशा, कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ हर लक्ष्य को पाया जा सकता है। प्रियंका रावत की यह कामयाबी निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा और प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रहेगी।






