हल्द्वानी:देश की रक्षा में तैनात उत्तराखण्ड के युवाओं की शहादत की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर देवभूमि उत्तराखण्ड के युवा बेटे ने अपने देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया। हल्द्वानी ओखलकांडा निवासी योगेश परगाई (यश) बुधवार को नागालैंड में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गए ।
इस घटना के बारे में उनके परिवार को गुरुवार सुबह पता लगा। इस खबर के सामने आने के बाद हल्द्वानी शहर में कोहराम मच गया है। यश केवल 22 साल के थे और 4 कुमाऊं रैजिमेंट में तैनात थे। 22 साल के यश परगाई नैनीताल के ओखलकांडा ब्लॉक के भद्रकोट का रहने वाला थे। यश का परिवार दो साल से हल्द्वानी के बिठौरिया में रहता है। उसके घर पर अभी चाचा-ताऊ रहते हैं। उनके पापा पिता की कई साल पहले मौत हो गई थी। यश परगाई के चार बहनें हैं, जबकि 3 भाइयों में वह सबसे छोटे थे।
पिछले कुछ वक्त से बॉर्डर में आंतकियों औक नक्सलियों की हलचल काफी बड़ी है। इसमें उत्तराखण्ड के कई सौनिक शहीद हुए है। पिछले हफ्ते मानवेंद्र सिंह रावत, विकास गुरुंग और फतेह सिंह की शहादत से पूरा देवभूमि में शोक में था। वहीं सैनिकों के परिजनों ने पीएम नरेंद्र मोदी से आंतकियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही है।