हल्द्वानी: भारतीय टीम का भविष्य सवारने वाले पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली को बीसीसीआई को सवारना की चुनौती है। पूरे देश की नजर बीसीसीआई पर क्योंकि दादा ही बोर्ड के बॉस यानी अध्यक्ष हैं। सबसे पहले अध्यक्ष दादा ने घरेलू क्रिकेट के ढांचे को सुधारने का जिम्मे उठाया है। उन्होंने अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले ये बात बोली थी। दादा का प्लान फ्लोर पर दिखना शुरू हो गया है।
सबसे पहले उत्तराखण्ड की बात करते हैं , जहां के युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए कॉट्रैक्ट लाया जा रहा है। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस प्रस्ताव को सीएयू की एपेक्स काउंसिल की बैठक में पारित कर दिया गया है। बैठक में सीएयू अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला की अध्यक्षता में सदस्यों ने क्रिकेटरों को प्रोत्साहन देने पर चर्चा की।
बैठक में 8 प्रस्ताव पास किए….
सीएयू का प्रतिनिधित्व अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला करेंगे।
अंडर-16/19 के टॉप पांच खिलाड़ियों को 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाएगी।
सीएयू गोल्ड कप के आयोजन में सहयोग करेगी।
सीनियर व अंडर-23 वर्ग में बेस्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा। इसकी रूप रेखा जल्द तैयार कर दी जाएगी। यह कॉन्ट्रेक्ट महिला और पुरुष टीम दोनों के लिए है।
हीरा सिंह बिष्ट, पीसी वर्मा व एएस मेंगवाल को सीएयू का पैटर्न नियुक्त किया। चीफ पैटर्न पद के लिए
मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
प्रदेश में गढ़वाल व कुमाऊं जोन बनाए गए।
सीएयू हर साल वार्षिक अवार्ड आयोजित करेगा, जिसमें खिलाड़ी, कोच व स्टाफ को सम्मानित किया जाएगा।
हर साल वार्षिक कॉनक्लेव में सेमिनार, ट्रेनिंग, कैंप का आयोजन होगा।