हल्द्वानी: करन फर्त्याल: कामयाबी का रास्ता केवल परिश्रम से होकर जाता है। ये रास्ता बिल्कुल भी आसान नहीं होता है। कई बार इतना मुश्किल होता है कि इंसान अपना लक्ष्य ही बदल देता है, लेकिन कुछ होते है जिन्हें बस अपनी मंजिल पर पहुंचना होता है और वो जब कामयाब होते हैं तो पूरी पीढ़ी के लिए उदाहरण बन जाते है। स्वतंत्रता दिवस से पहले जिले बेटे दिनेश सिंह खाती ने लेफ्टिनेंट बनकर पूरे राज्य का नाम रोशन किया है।नैनीताल सीन (ढौन) गांव निवासी दिनेश खाती के पिता बची सिंह खाती किसान है। दिनेश सिंह खाती ने हाईस्कूल भीड़ापानी नैनीताल से किया। उसके बाद इंटर करने के लिए वो अल्मोड़ा चले गए। उन्होंने इसके बाद ग्रेजुएशन के लिए डीएसबी नैनीताल में प्रवेश लिया और सेना में अफसर बनने की तैयारी शुरू कर दी।
साल 2004 में दिनेश की सेना में क्लर्क के पद पर नियुक्ति हुई, लेकिन कहते है जो लंबी रेस का घोड़ा होता है वो कभी रुकता नहीं है, ऐसा ही कुछ दिनेश के साथ भी था। उन्होंने अपनी नेहनत और लगन से SSB क्लियर किया। उसके बाद उन्होनें सफलता पूर्वक IMA देहरादून से ट्रेनिंग ली और 11 अगस्त 2018 को पास आउट हुए। पहाड़ में कम संसाधनों के बाद भी देवभूमि के बेटे ने क्लर्क से सेना में अफसर तक का सफर तय किया है, जो युवाओं को जरूर प्रेरित करेगा। दिनेश ने अपनी कमायाबी के श्रैय अपने माता-पिता, पत्नी समेत पूरे परिवार को दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी तैयारी के मेरे परिवार ने मुझे पूरा सपोर्ट किया जो सबसे ज्यादा जरूरी है। इस तरह का सपोर्ट आपको दवाब में आने से बचाता है।
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