देहरादून: उत्तराखण्ड के युवाओं ने अपनी कला से पूरे देश में अपनी पहचान को स्थापित किया है। उन्होंने बताया है कि छोटे राज्य से आने के बाद भी वो बड़ी छाप छोड़ सकते हैं। पहाड़ की बेटी ने अपनी कला से एक बार फिर राज्य का नाम रोशन किया है। इस बार पहाड़ की बेटी अपनी सेवा भावना से एक विख्यात पत्रिका में स्थान बनाने में कामयाब हुई है। कथक नृत्यांगना एवं फिल्म निर्मात्री आरुषि निशंक को प्रसिद्ध पत्रिका फोर्ब्स मिडिल ईस्ट में उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए स्थान मिला है।
आरुषि निशंक फोर्ब्स मिडिल ईस्ट पत्रिका में स्थान बनाने वाली उत्तराखण्ड की पहली महिला है। पत्रिका ने अरुषि को महिला सशक्तिकरण और समाजसेवा के लिए एक उदाहरण के रूप में पेश किया है। इससे पहले भी आरुषी को देश और विदेशों में अपने सेवा भावना के लिए सम्मान मिल चुके हैं।अरुषि प्रसिद्ध कथक गुरु बिरजू महाराज की शिष्या हैं। कथक गुरु बिरजू महाराज केंद्र सरकार की नमामि गंगे की प्रमोटर हैं। इसके अलावा स्पर्श गंगा अभियान की संयोजक की जिम्मेदारी भी हैं।
अपने गर्ल्स पावर परिशिष्ट के अंदर फोर्ब्स ने अरुषि निशंक की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित आईडब्ल्यूईपी इंटरनेशनल वूमन प्रोग्राम की सराहना करते हुए लिखा है कि समाज में ऐसे आयोजन के लिए उनकी पहल सराहनीय है।