काशीपुर: बीते दिनों राज्य मेंं चरस गांजा की तस्करी के मामले बहुत ज्यादा सामने आ रहे हैं । इसके लिए पुलिस के द्वारा बहुत से अभियान भी चलाए गए और बहुत से नशा तस्कर भी पकड़े गए लेकिन इसके बावजूद भी नशे की तस्करी रुक नहीं रही है। पड़ोसी राज्यों से नशे की खेप उत्तराखंड में पहुंचाई जा रही है, जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा हैं। हाल ही में ऊधमसिंहनगर का मामला सामने आया है। काशीपुर में पुलिस ने यूपी के एक जिला पंचायत सदस्य को चरस की तस्करी करते हुए पकड़ा है।
आरोपी का नाम अमरनाथ यूपी के महाराजगंज के श्रितिया बुजुर्ग थाना फरेन्दा का रहने वाला है। कुछ दिन पूर्व का शीपुर पुलिस नशे के तस्करों के खिलाफ जांच अभियान में लगी ही हुई थी । इतने में मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली की एक शख्स नैनीताल घूमने के बहाने बड़ी खेप में चरस बेचने आ रहा है । खबर मिलते ही पुलिस की टीम रवाना हुई और चरस ले जा रहे आरोपी अमरनाथ को धर दबोचा ।
पुलिस ने बताया कि आरोपी वर्तमान में उप्र के फरेन्दा का जिला पंचायत सदस्य है। वो नैनीताल घूमने के बहाने यहां चरस की तस्करी करने आया था। तलाशी में पुलिस को आरोपी के पास से 1.25 किलोग्राम चरस मिली। बाजार में चरस की कीमत 1,30,000 रुपये आंकी गयी है। आरोपी के खिलाफ मादक द्रव्य अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में नशा तस्करी के मामले पिछले साल से कुछ ज्यादा ही सामने आ रहे हैं। बीते दिन एक और चरस संबधी खबर सामने आई ।