हल्द्वानी: मौजूदा वक्त में टेक्नोलॉजी और आधुनिक शिक्षा की ओर अब छात्रों की रूचि बढ़ने लगी है। किसी भी ऐप के लिए कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या रोबोटिक से जुड़ा हुआ हुनर सीखने के लिए अब बच्चों को दसवीं और बारहवीं का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
गौलापार स्थित वेंडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल दौलतपुर गौलापर के बच्चे अब दूसरी कक्षा से ही कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फ्रेंच भाषा, रोबोट, न्यू इनोवेटिव टूल मेकिंग सीख सकेंगे। कोडिंग या वैज्ञानिक तरीके सीखने के लिए पहले बारहवीं पास कर इंजीनियर या साइंटिस्ट का कोर्स करते थे। इसके लिए छात्रों को अपने घरों से कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए गौलापर के ग्राम दौलतपुर में स्थित वेंडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (Vendy Senior Secondary School Daulatpur Gaulapar) में कक्षाएं भी संचालित की जा रही हैं। जिससे बच्चे बचपन से हुनरमंद बन सकते हैं। स्कूल के इस फैसले से गौलापर क्षेत्र के अभिभावकों में ख़ुशी की लहर है।
निदेशक डॉ विकल बवाड़ी ने बताया की बच्चों को स्किल्ड शिक्षा देने के लिए उन्होंने बड़ा कदम उठाया है। साथ ही वह स्कूल में ऑनलाइन लाइब्रेरी की शुरुआत करना चाहते हैं। जिससे उनके विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे देश दुनिया के बारे में नई और आधुनिक तकनीकी से जुड़ी जानकारियां हासिल कर सकें। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों के लिए कार्यशाला का आयोजन करते हैं जिससे शिक्षकों की भी समय – समय में बौद्धिक क्षमता को परखा जा सके।