हल्द्वानी: मुश्किलों को पीछे छोड़ते हुए जो आगे बढ़ता है, उसे ही सिकंदर कहते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे प्रदीप मेहरा को आज पूरा देश सिकंदर बोल रहा है। रात 12 बजे एक लड़का ड्यूटी से वापस लौटते वक्त दौड़ लगाता है। वह इसलिए दौड़ रहा है ताकि उसे फौज में भर्ती मिल जाए। उस पर नजर पड़ती है फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी जो किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। कहते हैं कि सोने की असली परख सुनार ही कर सकता है और यहां पर ये विशेषण विनोद कापड़ी के लिए कर सकते हैं।
प्रदीप का फौज में जाने का सपना
प्रदीप सेक्टर-16 से दौड़ते हुए अपने घर को वापस जा रहा था। नोएडा की सड़कों पर एक युवा को देख विनोद कापड़ी उसे लिफ्ट देने की बात करते हैं तो वह मना कर देता है। जब नाम पूछते हैं तो वह बताता है प्रदीप मेहरा और उत्तराखंड अल्मोड़ा का रहने वाला हूं। विनोद कापड़ी जो खुद उत्तराखंड के रहने वाले निवासी हैं… बच्चे की लग्न देखकर प्रसन्न होने के साथ भावुक हो जाते हैं और फिर कुछ बात करने लगते हैं।
प्रदीप ने उन्हे बताया कि वह नोएडा में अपने भाई के साथ रहता है। वह रोजाना दस किलोमीटर दौड़ता है। इससे उसका फौज में जाने हेतु अभ्यास हो जाता है। उसने बताया कि मां लंबे वक्त से बीमार है और इलाज चल रहा है। वह रोजाना ड्यूटी से वापस लौटने के बाद खाना बनाता है। युवक ने अपनी दौड़ से एक फिल्मनिर्माता दिल जीत लिया। उन्होंने प्रदीप से कहा कि ये वीडियो अपलोड करूंगा और तुम वायरल हो जाओगे। प्रदीप वापस कहते हैं कि कोई गलत काम थोड़ी ना कर रहा हूं।
विनोद कापड़ी का एक वीडियो परिवार के लिए पीठ बन गया
विनोद कापड़ी ने जो कहा था, वह हो गया। प्रदीप 24 घंटे के अंदर पूरे देश में वायरल हो गया। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद में चौखुटिया में रहने वाले प्रदीप का वीडियो अब तक करोड़ों लोगों ने देख लिया है। उनके वीडियो के वायरल होने के बाद मदद के लिए कई लोगों ने हाथ बढ़ाया है। इस लिस्ट में खिलाड़ियों से लेकर सेना के ऑफसर हैं तो वही सरकारे भी मदद के लिए आगे आ रही हैं।
मां की बीमारी और परिवार के लिए रोजी-रोटी की जरूरतों ने 19 साल के इस युवक को अपना घर छोड़कर नोएडा आने के लिए मजबूर कर दिया। वह पिछले महीने अल्मोड़ा से नोएडा आए थे। वहीं उनके बड़े भाई 21 साल के पंकज मेहरा पिछले एक साल से नोएडा में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं। प्रदीप की मां बीना देवी को दिल्ली के नांगलेई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह टीबी और आंतों की बीमारी से ग्रस्त हैं। उसके पिता गांव में किसानी करते हैं।
मदद के लिए सामने आए हैं कई लोग
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रदीप के वीडियो पर कहा कि मेहरा का जुनून युवा भारत की अदम्य भावना का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने इसे ‘वास्तविक प्रेरक’ बताया। लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ (सेवानिवृत्त) ने ट्विटर पर लिखा कि प्रदीप का जोश सराहनीय है। उनकी योग्यता के आधार पर परीक्षा पास करने में उनकी मदद करने के लिए मैंने कुमाऊं रेजिमेंट के कर्नल, पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा कलिता के साथ बातचीत की है। वह अपनी रेजिमेंट में भर्ती के लिए जरूरतमंद लड़कों को प्रशिक्षित करने के लिए जरूरी काम कर रहे हैं। पंजाब के मिनर्वा में एक फुटबॉल क्लब के निदेशक रंजीत बजाज ने मोहाली अकादमी में मेहरा को प्रशिक्षित करने की पेशकश की है।
एक मासूम बच्चा जिसे कुछ नहीं पता
हम उस दौर में जी रहे हैं जहां वायरल होने के लिए कुछ भी किया जा रहा है। इस वीडियो की बात करना इसलिए जरूरी हैं क्योकि ये लाखों युवाओं को प्रेरित कर सकता है। प्रदीप तो केवल अपनी दिनचर्या को पूरा कर रहे थे लेकिन विनोद कापड़ी के एक वीडियो ने उन्हे देश का स्टार बना दिया। एक वीडियो में प्रदीप ने बताया कि मैंने विनोद सर से बात इसलिए कि क्योकि वह पहाड़ी में मुझसे बात कर रहे थे। अपने लोगों को दूसरे शहर में देखना अच्छा लगता है। प्रदीप के लिए एक कथन बिल्कुल सही बैठता है… काम करते रहो… परिश्रम से मुश्किलों को परास्त करो… ईश्वर सब देख रहा है…. और यहां बिल्कुल ऐसा ही हुआ… ईश्वर ने विनोद कापड़ी के रूप में एक फरिश्ता भेजा जिसने मेहरा परिवार के सिर के ऊपर मंडरा रहे परेशानियों के बादल को छांटने का काम किया।