Uttarakhand News

उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, पहाड़ी इलाकों में बारिश व बर्फबारी की आशंका


Uttrakhand weather update:- उत्तराखंड में पिछले कुछ वक्त से मौसम में काफी बदलाव नजर आया है। राज्य के कई क्षेत्रों में मंडराते बादलों और ठंडी हवा के कारण तापमान में गिरावट भी देखी जा रही है।मैदानी इलाकों में जहां सुबह–शाम गुलाबी ठंड महसूस होने लगी है, वहीं पहाड़ों में कड़ाके की ठंड के कारण ठिठुरन भी झेलनी पढ़ रही है। उत्तराखंड के कई पहाड़ी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी भी देखी जा चुकी है। बर्फबारी के कारण पर्यटन में भी काफी इज़ाफा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

राज्य में देहरादून व हल्द्वानी के साथ पहाड़ से लगते हुए आसपास के क्षेत्रों में सुबह-शाम ठंड बढ़ सी गई है। मौसम विभाग की माने तो सोमवार के बाद प्रदेश के कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश होने और बर्फ गिरने के आसार बन रहे हैं। वहीं इस कारण मैदानी क्षेत्रों में हल्के बादल छाये रह सकते हैं। मौसम में हो रहे इस बदलाव से अब तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है।

Join-WhatsApp-Group

रविवार और सोमवार को देहरादून में सुबह से ही हल्के बादलों के बीच धूप आती जाती रही। शाम के वक्त ठंडी हवा के कारण ठिठुरन और बढ़ गई। उधर, पहाड़ों में भी कुछ जगह घने बादल नजर आए तो कहीं हल्की बूंदाबांदी भी देखने को मिली। इस के चलते पहाड़ों और मैदानों में कंपकंपी बढ़ सी गई।

बता दिया जाए की कुछ दिन पहले हुई बर्फबारी के बाद चारधाम समेत आसपास के इलाकों में न्यूनतम पारा शून्य से नीचे बना हुआ है और अधिकतम पारे में भी गिरावट देखी गई है। उस के अलावा पहाड़ के ज्यादातर क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य तापमान से एक या दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया है। केदारनाथ घाटी की अगर बात की जाए तो वहां बर्फ की सफेद चादर अब नजर आने लगी है। कारणवश केदारनाथ को जाने वाले पर्यटकों और दर्शनार्थियों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि चारधाम के कपाट अब जल्द ही बंद होने वाले है, इसलिए श्रद्धालुओं की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, सोमवार के बाद उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में आंशिक से लेकर पूर्ण रूप से बादल छाये रह सकते हैं। साथ ही अब पहाड़ों पर और भी कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं, जिसकी वजह से मैदानी क्षेत्रों में भी शीतलहर महसूस की जा सकेगी।

To Top