देहरादून, उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दून के अधिकारियो को हर एक बिल्डिंग का लोकार्पण अलग अलग कराने का जैसे एक शौंक बन गया हो अधिकारियों की लापरवाही के चलते टुकड़ों में बन रहे भवनों का भी अधिकारी लोकार्पण करवा रहे हैं जो खुद में चर्चा का विषय बना हुआ है हर लोकार्पण और शिलान्यास पर लाखो रूपये खर्च होता है इस बात को भी अधिकारी भूलते जा रहे हैं आलम यह है कि सरकार मितव्ययता का पाठ पढ़ा रही है और अधिकारी उस पर ही पलीता लगाने का काम कर देते हैं।। अधिकारी वाह वाही लूटने के लिए कभी मंत्रालय तो कभी मुख्यमंत्री कार्यालय तक भवनों के लोकार्पण के पत्राचार कर रहे हैं । दून मेडिकल कॉलेज एक संस्थान होने के बावजूद अलग-अलग भवन का निर्माण कर लोकार्पण करा रहा है। दून के प्राचार्य डॉ0 आशुतोष सयाना इस पर अलग ही तर्क दे रहे है कि भवन अलग बना है इसके लोकार्पण के लिए मंत्रालय से समय मांगा गया है अब 11 नवम्बर को नए भवन का लोकार्पण होगा।। वहीं कांग्रेस के नेता भी अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कह रहे हैं कि खुद सिस्टम को इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि एक ही संस्था के अलग-अलग भवनों का लोकार्पण करवाना कितना वाजिब है कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी परिक्रमा में ज्यादा माहिर हो चुके हैं इसलिए सरकार के मितव्ययता के पाठ को भी भूल चुके हैं।।