पिथौरागढ़: कुछ खबर ऐसी होती हैं कि आपकी आंखों में आंसु भी आ जाते हैं और होंठों पर मुस्कान भी आ जाती है। पिथौरागढ़ के एक मामले ने इसी एहसास को उजागर किया है। पांच महीने पहले पति की मौत के बाद खुद मजदूरी कर रही पत्नी को अचानक दो लाख रुपए की संजीवनी मिली है। जिससे निश्चित ही उसे दो बच्चों का पालन पोषण करने में मदद मिलेगी।
दरअसल, रांथी गांव (मुन्स्यारी तहसील) के रहने वाले बलराम का पांच महीने पहले निधन हो गया था। बलराम परिवार का भरण पोषण मजदूरी के सहारे करता था। मगर पति की मौत के बाद पत्नी विमला देवी अकेली पड़ गई। अब उसके सामने दो छोटे बच्चों की भी जिम्मेदारी थी। दूसरा कोई चारा नहीं था तो पत्नी ने भी मजदूरी करना शुरू कर दिया।
अब बलराम का खाता भारतीय स्टेट बैंक मुनस्यारी शाखा में खाता था। खाते में रुपए ना होने के कारण पत्नी विमला ने खाता बंद कराने का निर्णय लिया और वह बैंक पहुंच गई। यहां पर उसने बैंक प्रबंधक बैक वरुण गुप्ता को बैंक खाता बंद कराने का प्रार्थना पत्र सौंप दिया। मगर प्रार्थना पत्र देखने के बाद बैंक प्रबंधक वरुण गुप्ता ने जब खाता चेक किया तो चमत्कार हो गया।
पता चला कि मृतक पति ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा करवा रखा था। प्रबंधक ने विमला देवी से अपने कार्यालय में एक फार्म भरवाया और बीमा धनराशि दर्ज की। जिसके बाद अब पत्नी को दो लाख रुपए का बीमा का चेक दिया गया है। उसकी आंखों में आसुओं के साथ आज खुशी भी है। यह वाकई गरीब परिवार के लिए एक बड़ी संजीवनी है। महिला ने बैंक प्रबंधक सहित बैंक स्टाफ का आभार जताया है।