रुद्रपुर: एक और अवैध संबंध की नींव खून के साथ रखी गई। उत्तराखंड में ना जाने कितने ऐसे केस सामने आ चुके हैं लेकिन मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। भदईपुरा में छह दिन पहले हुए रिंकू यादव की हत्या कर दी गई थी। इस मामले का खुलासा पुलिस कर दिया है। रिंकू की हत्या उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर कराई। दोनों का लंबे वक्त से अवैध रिश्ता था और पति उसके बीच आ रहा था, इसलिए दोनों ने उसे खत्म करने का फैसला किया। दोनों ने रिंकू को मारने के लिए एक व्यक्ति को 20 हजार रुपये और तमंचा मुहैया कराया गया।
पुलिस ने बताया कि वारदात के हत्यारोपियों ने रिंकू के साथ उसके ही कमरे में शराब पी। रिंकू को नशा हुआ तो बदमाशों ने उसे गोली मार दी और फरार हो गए। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचे के साथ चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को आईजी ने पांच और एसएसपी ने ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
बता दें कि 28 फरवरी की रात रिंकू की हत्या कर दी गई। इस मामले से पुलिस का ध्यान दूसरी तरफ करने के लिए पत्नी ने मृतक के भाई विपिन और मौसेरे भाई दीपक, सचिन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया। रिंकू का अपने भाईयों के साथ विवाद चल रहा था और इसी का फायदा निशा ने उठाया लेकिन उसका झूठ पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि मृतक की पत्नी निशा यादव का अभिषेक यादव नाम के युवक के साथ अवैध अफेयर चल रहा था। निशा ने बताया कि 28 अक्टूबर को रिंकू ने अभिषेक को घर पर रंगेहाथ पकड़ा था। उसके बाद से दोनों का मिलना बंद हो गया था तो उन्होंने रिंकू की हत्या करने का फैसला किया। रिंकू और निशा के पांच साल की बेटी और तीन साल के बेटा है।
एसएसपी ने बताया कि हत्याकांड में शामिल अभिषेक यादव, आकाश यादव उर्फ बांडा, आकाश यादव उर्फ इक्का निवासी वार्ड नंबर 14 भदईपुरा, साहिल निवासी भूतबंगला, निशु उर्फ निशा यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि सूरज निवासी भदईपुरा फरार है। सूरज ने हत्याकांड के बाद फरार हुए आरोपियों के लिए वाहन दिलाने में मदद की थी। हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में कोतवाल एनएन पंत, एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी, एसआई पूरन सिंह, मनोज जोशी, एसओजी के प्रभारी उमेश मलिक, कांस्टेबल प्रकाश भगत और राजेंद्र कश्यप थे।