पौड़ी: गुलदार का आतंक जंगल से सटे पहाड़ी क्षेत्रों में कुछ ज्यादा ही रहता है। चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत गांवों का हाल तो बहुत भयानक है। यहां हर हफ्ते दस दिन में गुलदार द्वारा हमला किए जाने के मामले सामने आते रहते हैं। इस बार रसोई में खाना बना रही एक महिला को गुलदार जबड़े में फंसा कर ले ही जा रहा था कि महिला की ननद ने उसकी जान बचा ली। हालांकि महिला को चोटें जरूर आई हैं।
दरअसल तहसील के घरतोली ग्राम में रात्रि करीब 9 बजे 24 वर्षीय रचना देवी पत्नी रूपचंद्र रसोई में खाना बना रही थी। इस दौरान उसके साथ ननद रिंकी भी मौजूद थी। जब रिंकी किसी काम से दूसरे कमरे में गई तो गुलदार रसोई में आ घुसा। गुलदार ने रचना पर हमला बोल दिया। वह महिला को घसीट कर खेतों की ओर ले गया।
उधर जैसे ही रिंकी कमरे से बाहर आई तो देखा कि उसकी भाभी रचना को गुलदार ने जबड़ों में फंसा रखा है। यह देख कर उसने शोर मचाते हुए गुलदार की तरफ पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। शोर शराबे से और भी ग्रामीण इकट्ठा हो गए। जब काफी लोग डंडे लेकर गुलदार की तरफ भागे तो गुलदार ने घर से करीब दो सौ मीटर दूर रचना को छोड़ दिया और जंगल की तरफ भाग गया।
रूपचंद्र के मुताबिक रचना के चेहरे व गर्दन पर गुलदार के पंजों के निशान हैं। साथ ही उसकी गर्दन और पेट में अंदरूनी चोटें भी आई हैं। लाजमी है कि भाभी की जान ननद ने बचा ली नहीं तो अनहोनी हो सकती है। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व गुलदार ने इसी क्षेत्र में बकरी चुगा रहे सूरज पर हमला किया था। जिसके बाद भी वन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया।