नई दिल्लीः प्रकृति हमें सब कुछ देती है पर कब क्या मांग ले किसी को नहीं पता, यही कारण है की कोई भी आज तक प्रकृति की परिभाषा का सही अर्थ नहीं बता पाया है । इसी के चलते प्रकृति ने एक बार फिर तभाई का आलम दिखा दिया है । इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने से सुंदा की घाटी में सुनामी आ गई और सुनामी की भयंकर तबाही के चलते मरने वालों की संख्या 281 पहुंच गई है, जबकि 1000 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं तकरीबन 28 लोग लापता बताए जा रहे हैं। देश की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता स्तुपो पुर्वो ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे दक्षिणी सुमात्रा और पश्चिमी जावा के पास समुद्र की ऊंची लहरें तटों को तोड़कर आगे बढ़ीं जिससे दर्जनों मकान तबाह हो गए।
एजेंसी ने कहा कि क्राकातोआ ज्वालामुखी के फटने के बाद समुद्र के नीचे हुआ भूस्खलन सुनामी का संभावित कारण हो सकता है। सुतोपो पूर्वो नुग्रोहो ने कहा, “मृतकों की संख्या और नुकसान दोनों में बढ़ोतरी होगी। डोनेशिया के नेशनल डिजास्टर मिटिगेसन एजेंसी के प्रमुख सुतपाओ ने कहा, “सुनामी आने से पहले समुद्र की तलहटी में भौगोलिक हलचल हुई। इसकी वजह से कुछ ही देर पहले अचानक क्राकातोआ ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था। इस आपदा को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि लाइव प्रस्तुति के दौरान कैसे इंडोनेशिया का एक पॉप बैंड लहरों की चपेट में आ गया।”
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका दुख की इस घड़ी में इंडोनेशिया के साथ खड़ा है। रिपब्लिकन नेता ने ट्वीट किया, ‘‘इंडोनेशिया में सुनामी से अकल्पनीय तबाही. 200 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हम सलामती की दुआ कर रहे हैं. अमेरिका आपके साथ है।