नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा यरुशलम को इजरायल की राजधानी घोषित किए जाने के बाद से क्षेत्र में लगातार तनाव बढता जा रहा है। गाजा पट्टी में भड़की ताजा हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई है। पिछले कुछ दिनों के दौरान तटीय बस्ती से इजरायल में कई रॉकेट भी दागे गए। फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों और इजरायली सैनिकों के बीच संघर्ष में सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबर है।
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप लगातार विदेश नीति में बदलाव कर रहे हैं इसी कड़ी में ट्रंप ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी है । राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस फैसले से फिलिस्तीनी के लोगों में काफी आक्रोश है । फिलिस्तीनी लोग लगातार यरुशलम की मांग करते रहे है ताकि इसे वह फिलिस्तीन की राजधानी बना सकें । राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के इस फैसले का भारी विरोध हो रहा है ।
यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में अमेरिका के द्वारा मान्यता दिए जाने के विरोध में हजारों फिलिस्तीनी नागरिक सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नई शुरूआत करते हुए दशकों पुरानी अमेरिकी नीति को तोड़ते हुए 6 दिसंबर को यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने की घोषणा की थी। साथ ही यह भी कहा था कि वह तेल अवीव से अमेरिका का दूतावास हटाकर यरुशलम लाएंगे।
ट्रंप के इस फैसले की वैश्विक स्तर पर काफी निंदा हुई तथा अरब और मुस्लिम देशों में इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। इजरायली सैनिकों और पथराव कर रहे फिलिस्तीनी नागरिकों के बीच संघर्ष लगातार जारी है। पुलिस ने बताया कि वेस्ट बैंक सिटी के बाहरी इलाके में सीमा चौकी के पास एक फिलिस्तीनी नागरिक ने इजरायल के एक पुलिस अधिकारी को चाकू मार दिया। इसके बाद पुलिसवालों ने जवाबी कार्रवाई में उसे गोली मार दी।