जयपुर चुनाव जब भी आता है अकेला नहीं आता अपने साथ कब्र में गढ़े मुद्दों को भी लाता है । जिनके बारे में देश की जनता चीख चीख कर बैठ जाती है। वहीं मुद्दे फिर उठते है चुनावी माहौल में ऐसे ही एक गहरे मुद्दे के साथ स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अशोक गहलोत सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के नाम पर किसानों के साथ 3200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है ।
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि ये किसानों के नुकसान का कारण रहा है। एमएसपी से काफी कम दामों में एजेंटों ने किसानों से बाजरा खरीद कर उन्हें लूटा है। उन्होंने कहा कि मनरेगा का पैसा खत्म हो गया है। राज्य सरकार ने मनरेगा के काम बंद कर दिए हैं। ऐसे में किसानों के साथ मजदूर भी परेशान हैं।
राज्य में एमएसपी को लेकर लूट चल रही है। इसमें केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है। पूरे देश में बाजरे की आधी पैदावार करीब चार करोड़ क्विंटल अकेले राजस्थान में हुई है। बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2250 रुपये क्विंटल केंद्र सरकार ने तय कर रखा है, लेकिन राजस्थान में 1400 से 1500 रुपये के हिसाब से किसान बेचने में मजबूर हुए। मंडियों में लागत से भी कम कीमत पर बाजरा बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 3200 करोड़ फ्राड हुआ है। हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि फ्राड कैसे हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से 2250 रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की सरकारी खरीद शुरू करने की मांग की है। यादव ने कहा कि जिलों में खरीद केंद्र बनाने के साथ ही इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि देश में तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।
सीएम अशोक गहलोत किसानों के समर्थन में बयान देते रहते हैं, लेकिन अगर किसानों को मंडियों में लुटने से नहीं बचाया गया तो गहलोत के बयानों पर प्रश्नचिन्ह लगेगा। यादव ने इस संबंध में उनके द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र का भी हवाला दिया। पत्र में लिखा गया कि हरियाणा में देश का 10 फीसद बाजरा ही पैदा होता है, लेकिन इस बार हरियाणा में राजस्थान के किसानों का बाजरा नहीं बेचने दिया जा रहा है।