देहरादून: चुनाव में हार से कांग्रेस आहत है। इस्तीफों का दौर जारी है। बागेश्वर में पार्टी की हार के बाद कांग्रेस के दो नेताओं से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा उन्होंने राजनीति से भी संन्यास ले लिया है। अगर ये सिलसिला चलता रहा तो कांग्रेस का जल्द उभर पाना मुश्किल हो जाएगा।
विधानसभा चुनाव में बागेश्वर जिले की दोनों सीट गंवाने के बाद युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कवि जोशी और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंकुर उपाध्याय ने इस्तीफा दे दिया है। जिलाध्यक्ष ने राजनीति से भी संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवासन, प्रदेश प्रभारी प्रदीप सूर्या और प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर को इस्तीफा भेज दिया है।
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे कवि जोशी ने कहा कि वह लोगों की मदद के लिए राजनीति में आए थे लेकिन संगठन के जरिए वह कर पाना मुश्किल हो रहा है। हार के बाद उन्होंने सभी बिंदुओं पर गौर किया और फिर राजनीति से दूरी बनाने का फैसला किया है।
उन्होंने ये भी लिखा कि कांग्रेस की हार के लिए अति आत्मविश्वास, कार्यकर्ताओं का बूथ में सेंधमारी को न रोक पाना, वरिष्ठ पदाधिकारियों की उदासीनता, शीर्ष नेताओं की प्रदेश में अपने प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार नहीं करना। कांग्रेस टीम को गुटबाजी और भितरघात भी काफी महंगा साबित हुआ है। दूसरी ओर अंकुर उपाध्याय ने कहा है कि विधानसभा में हार के बाद वह दुखी हैं और इस वजह से इस्तीफा दे रहे हैं।