हल्द्वानी: आंख शरीर का ऐसा अंग है जो किसी वरदान से कम नहीं हैं। आंखों की मदद से हम दुनिया देख सकते है। शायद ही ऐसा कोई काम होगा जो बिना आंखों से मदद से किया जा सके है। मौजूदा समय में युवा अवस्था में भी लोगों को चश्में लग गए है। उम्र बढ़ने के साथ आंखों की पावर कम हो जाती है। नहीं उपचार ना मिलने पर आंख मोतियाबिंद की चपेट में आ जाती हैं। मोतियाबिंद से ग्रस्त रोगी को दिखने में परेशानी आने लगती है। हल्द्वानी साहस क्लीनिक के डॉक्टर नवीन चंद्र पांडे ने बताया कि मोतियाबिंद की परेशानी 40 की उम्र के सामने आती है। उन्होंने कुछ दवाएं बताई और कहा कि इसका इस्तेमाल आपकी आंखों को मोतियाबिंद से दूर रखेगा। इन दवाओं से अगर मोतियाबिंद 40 प्रतिशत से कम हुआ है पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है।
- Rota Graveolens ( 2-2 बूंदे दिन में दो बार )
- Cineraria Martima 30 ( 2-2 बूंदे दिन में 3 बार )
- Adel 17 (20-20 बूंदे दिन में 3 बार )
- Cineraria Martima Schwabe ( 2-2 बूंदे दिन में 3 बार )