नई दिल्ली। मणिपुर की आइरन लेडी के नाम से विख्यात इरोम शर्मिला ने मंगलवार को सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफ्सपा) के खिलाफ 16 साल से चला आ रहा लंबा अनशन तोड़ दिया। इस दौरान वो भावुक भी हो गई थी। उन्होंने कहा कि वो अपनी लड़ाई के लिए उन्हें ताकत की जरूरत है और वो उन्हें राजनीतिक में घूस कर ही मिलेगी। उन्होंने राजनीति में शामिल होने के इरादे की घोषणा करते हुए कहा कि वो मणिपुर की मुख्यमंत्री बनना चाहती है।
अनशन तोड़ने के बाद डॉक्टरों ने इरोम की नाक से नली निकाली । इरोम को नली के जरिए ही वर्ष 2000 से उन्हें लिक्विड फूड दिया जा रहा था। इरोम मणिपुर में अफ्सपा के विरोध में 16 साल से अनशन पर थीं। शर्मीला के परिजन और समर्थक की अभी उनसे मुलाकात नही हुई है। आखिरी बार वो उनसे 26 जुलाई को मिली थी जिस दिन उन्होंने उपवास का तोड़ने और अफस्पा को हटाने की लड़ाई राजनीति में आकर लड़ने के अपने निर्णय की घोषणा की थी।
उनके भाई के अनसार , इरोम रिहा होने के बाद वे कहां जाएंगी, इस विषय में हमें कोई जानकारी नहीं है। उन्होनें कहा कि अगर वो घर आकर हमारे साथ रहना चाहती हैं तो हमें बड़ी खुशी होगा। हम उनके सभी फैसलों का आदार करते है क्योकि वो अपने फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है।