नई दिल्ली। उरी हमले में हुए आतंकी हमलें के बाद से पूरे भारत में पाकिस्तान के खिलाफ क्रोध का माहौल है। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान को आतंक का सहारा लेकर वार ना करने की चेतावनी दे दी है। इस आतंकी हमले में 18 भारतीय जवान शहीद हुए थे और भारत ने पाकिस्तान को इशारों में कहा दिया है कि उसे इस का हिसाब देना होगा। इस बात से डरे पाकिस्तान ने बार्डर पर अपनी चौकसी बढ़ा दी है। पाकिस्तान सेना ने भारत के बयान के बाद कहा है कि वो भारतीय सीमा पर करीबी नजर रख रही है और किसी भी स्थिति का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। पाकिस्तान ने भारत के उन आरोपो को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि ये उरी आतंकी हमले में पाकिस्तान के आतंकी संगठन का हाथ है।
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने मंगलवार को पेशावर में एक सुरक्षा बैठक के बाद कहा कि हम पूर्वी सीमा के घटनाक्रम पर करीब से नजर बनाए हुए है और हमें कोई कमजोर ना समझे हम जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ये बैठक पाक सेना प्रमुख राहिल शरीफ की अध्यक्षता में हुई थी जिसमें अफगानिस्तान से लगी सीमा पर सुरक्षा की समीक्षा की गई।
बाजवा के अनुसार बैठक में सीमा प्रबंधन के लिए सशस्त्र बलों की ओर से उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सीमा प्रबंधन के लिए 20 चौकियों पर काम पूरा हो गया है। अफगानिस्तान से लगती सीमा पर सुरक्षा कदमों का बचाव करते हुए कहा कि यदि पड़ोसी देश अपनी तरफ भी इस तरह के कदम उठाता है तो सीमा प्रबंधन अधिक प्रभावी होगा।