रामनगर : कुमाऊं विश्वविद्यालय का रिजल्ट कई बार विद्यार्थियों को हैरानी में डाल देता है। इस बार भी बीए प्रथम वर्ष के परिणाम ने सभी को चौका दिया था। एक बार फिर हैरानी वाली घटना सामने आई है। आरटीआइ के तहत मिली जानकारी के मुताबिक परीक्षा में छात्र पास था लेकिन जो नंबर उसे दिए गए उसमें वो फेल हो गया।
छात्र प्रकाश सिंह रावत बीए द्वितीय वर्ष ने हिंदी साहित्य द्वितीय का पेपर दिया था। उसे हर विषय में साठ फीसद अंक मिले थे लेकिन हिंदी साहित्य में 15 अंक देखकर उसके पैरों से जमीन ही खिसक गई। उसने आरटीआइ के तहत उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी मांगी और उसके बाद मुख्य बाहरी पेज पर 50 अंक दिखाए गए है जबकि अंकपत्र में 15 अंक दिए गए। छात्र ने आरोप लगाया है कि उसे एक सावल के नंबर ही नही दिए गए। छात्र ने जब इस बारे में विश्वविद्यालय में सूचना दी तो कर्मचारी इस गलती से अपने आप को बचा रहे है।
एनएसयूआई के अध्यक्ष मो. हासिम ने चेतावनी दी है कि यदि छात्र का रिजल्ट में बदलाव नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। वही पीएनजी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हेमा प्रसाद ने कहा कि उन्हें इस मामले के बारे में कोई जानकारी नही है। उन्होंने कहा कि अगर छात्र सही है तो उसके रिजल्ट में बदलाव किया जाएगा।