नैनीताल:17 मार्च 2018
नैनीताल में युवाओं को अब कुंग फू सिखने का मौका मिलेगा। इस अनोखी पहल की शुरुआत हो चुकी है। ये पहल पोलैंड से एमबीए कर चुके सॉलिन गुरुकुल के शीफू कनिष्क शर्मा द्वारा की है। शीफू कनिष्क शर्मा नैनीताल में युवाओं को कुंग फू के गुण सिखाएंगे। उन्होंने पंगूट के पास महरोड़ा गांव में दो साल पहले सॉलिन गुरुकुल नाम से कुंग फू सिखाने का आश्रम शुरू किया। पूरे देश भर से 22 प्रशिक्षु आए हैं। नैनीताल पहुंचे है। उन्हें चीन से आए महागुरु शि यन फैंग, शि हिंग जुग आत्मरक्षा के लिए कुंग फू के गुर सिखा रहे हैं। चीनी महागुरुओं के शिष्य बाद में स्थानीय ग्रामीणों को भी आत्मरक्षा के गुर निशुल्क सिखाएंगे।
इस पहल के बारे में कनिष्क शर्मा ने बताया कि उन्हें बचपन से कूंग फू सिखने का मन था। वो इसके लिए खासा उत्साहित रहते थे। साल साल की उम्र में ही उन्होंने दिल्ली में कूंग फू सिखने की शुरूआत कर दी थी। इसके बाद उन्होंने सालों तक चीन में कुंग फू सीखा। बता दें कि कुछ महीने पहले उनका नाम पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।कनिष्क बताते हैं कि उन्होंने देश के साथ ही विदेशों में कुंग फू की शिक्षा ली। इस समय वह विदेशों में भी कुंग फू सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि वह सॉलेन कुंग फू, काली, जीत कुंडे, ताइची, छईया, कुंग फू तुआ समेत सात कलाएं जानते हैं।
सात मार्च को ग्रांडमास्टर (महागुरु) शि यन फैंग, मास्टर (गुरु) शि हिंग जुग चीन से उनके गुरुकुल आए। गुरु, महागुरु साल में तीन बार उनके गुरुकुल में आते हैं। गुरु सात मार्च से युवक, युवतियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में चीनी पद्धति की दवाई गुरुकुल में मिलेंगी। इसके अलावा ध्यान का सेंटर भी यहीं खोला जाएगा।