हल्द्वानी: सोमवार हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 समूह द्वारा बुद्ध पार्क, तिकोनिया में माननीय शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डे द्वारा समस्त निजी विद्यालयों में NCERT की किताबों को अनिवार्य रूप से लागू किये जाने के समर्थन में एक आम जन सभा का आयोजन किया गया। जिसमें समूह के सभी सदस्यों और पब्लिक स्कूल के अभिभावकों सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।सभा में वक्ताओं ने माननीय मंत्री जी के जनहित में लिए गए इस निर्णय की प्रशंसा की और एक मत से निजी पुस्तकों को पूर्णतः प्रतिबंधित करने के श्री अरविंद पाण्डे जी के ऐतिहासिक फैसले का समर्थन किया।
सभा में मौजूद शेखर भट्ट जी ने कहा कि एनसीआरटी की किताबों ने गरीब परिवार को राहत दी है लेकिन इससे प्राइवेट स्कूल परेशान है। एक और आप शिक्षा और भविष्य की बातें करते है। दूसरी ओर किताबों का विरोध कर स्कूल बंद करने का फैसला कर खुद की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते है। प्राइवेट स्कूल की दलील है कि एनसीआरटी में कोर्स कम होता है इस पर उन्होंने कहा कि आप बिना एक्सपेरिमेंट किए ये कैसे बोल सकते है। ग्रुप की ओर से उन्होंने कहा कि अगर प्राइवेट स्कूल अपनी मानमानी करता है तो हम मौन विरोध पर उतरेंगे।
इस दौरान रेनबो एकेडमी के प्रबंधक राज कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा हल्द्वानी पब्लिक स्कूल एसोसिएशन का किताबों को लेकर स्कूल बंद करने का निर्णय और सरकार के फैसले के खिलाफ जाना ठीक नहीं है। मैं खुद एक स्कूल चलाता हूं और हम शिक्षा से जुड़े है। उन्होंने कहा कि मैं पिछले साल से एनसीआरटी की किताबों के लागू होने के समर्थन में हूं। उन्होंने कहा कि अगर किसी फैसले से अभिभावकों को राहत मिलती है तो हमें उसका स्वागत करना चाहिए ना की उसका विरोध ये छात्रों को गलत संकेत देता है। उन्होंने कार्ट के फैसले का स्वागत किया।
हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 ग्रुप के पैनेल ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। सभा पर मौजूद ग्रुप संस्थापक और अन्य मेंबर (अमित खोलिया दिनेश ल्वेशाली समस्त ऐडमिन पैनल) के अनुसार बड़े-बड़े प्रवेश परीक्षा की तैयारी एनसीआरटी की किताबों से होती है और स्कूलों में इसके लागू होने से छात्र भी इन किताबों की महत्वता को जान पाएंगे।