हल्द्वानी: स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 से जोरे से चल रहा है। देश को स्वच्छ रखने की पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई मुहिम अब रंग ला रही है। उत्तराखण्ड ने स्वच्छ भारत अभियान को कामयाब दिशा देने के लिए सहायक रोल अदा किया है। नैनीताल जिले में भीमताल पिछले वर्ष खुले में शौच मुक्त का दर्जा प्राप्त कर चुका है। अब पूरे प्रदेश ने ये दर्जा हासिल कर लिया है। उत्तराखण्ड खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) राज्य बन गया है। इस बारे में वित्त व पेयजय मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि 31 मई को राज्य के तीन जिले देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी भी खुले में शौच से मुक्त हो गया है। वहीं उत्तराखण्ड देश का चौथा राज्य बना है जिसे ये मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि नई सरकार के बनने के बाद 45,721 शौचालयों का निर्माण किया गया।सरकार के सामने 31 मई तक कुल 45,721 व्यक्तिगत शौचालय बनाने के लक्ष्य था, जिसे समय से पूरा कर लिया गया। पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने बताया कि 2014-15 में राज्य में कुल 63 हजार शौचालयों का निर्माण किया गया, वहीं बीते वित्तीय वर्ष में 3.35 लाख शौचालय बनाए गए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा राज्य को ओडीएफ प्रमाण पत्र प्रदान करेंगे।राज्य सरकार आगामी तीन माह में दो अक्टूबर, 2014 के बाद बनाए गए सभी व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों का सत्यापन कराएगी। इसके साथ ही इनके फोटो जियो टैगिंग के साथ आईएमआईएस की वेबसाइट पर डाले जाएंगे।