नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में चिकनगुनिया-डेंगू और मलेरिया ने अपने पैर जमा लिए है। पिछले 24 घंटों में तो हालात काफी गंभीर हो गए है। केवल चिकनगुनिया के चलते चार लोगों की जान जा चुकी है। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में चिकनगुनिया से पीडित दो लोगों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। वही लोगों की जान और उनकी सुरक्षा पर कदम उठाने के बजाए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पत्रकारों पर झूठी पत्रकारिता करने का आरोप लगा रहे है। मुख्यमंत्री आप हर मुद्दे का राजनीतिक मतलब क्यों निकालते है। आज लोगों की जान पर बात आ गई है लेकिन आप उसमें भी राजनीति कर रहे है।
गोवा चुनाव की तैयारी के लिए दिल्ली के स्वाथ्य मंत्री सतेंद्र जैन गोवा दौरे पर हैं। राजधानी में चिकनगुनिया से मरीजों की मौत पर उन्होंने कहा कि बिमारी का ठीक समय में पता ना चल पाने से ये हालात पैदा हुई है । उन्होंने इसके लिए दिल्ली नगर निगम पर आरोप लगाए।
इस बार दिल्ली में चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिले हैं। दिल्ली नगर निगम ने अब तक चिकनगुनिया 1057 और डेंगू के 1158 मामलों की पुष्टि ने की है।देश के सबसे बड़े अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 900 से ज्यादा चिकनगुनिया के केस सामने आए हैं। वहीं चिकनगुनिया के प्रकोप के कारण सफदरगंज में 532 और लोकनायक अस्पताल में 281 मरीज भर्ती हुए है।
आंकड़ों के अनुसार पूर्वी दिल्ली निगम में 166 मामले,दक्षिणी दिल्ली निगम इलाके में डेंगू के 543 मामले, उत्तरी दिल्ली निगम में 307 मामले, एनडीएमसी में 46 मामले, दिल्ली कैंट में 4 मामले और 92 अन्य मामले सामने आए है। दिल्ली को चिकनगुनिया-डेंगू और मलेरिया ने अपनी चपेट में ले लिया है। अब स्वास्थ्य प्रशासन के लिए चुनौती है कि कैसे इस प्रकोप से दिल्ली को उभारे।