नई दिल्ली-आस्ट्रेलिया को भारत में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। भारत ने आखिरी व फाइनल टेस्ट में मेहमान को 8 विकेट से हरा कर 4 मैचों की सीरीज़ को 2-1 से अपने नाम कर लिया है। भारत में पिछले 14 साल से टेस्ट सीरीज जीतने का सपना सपना ही रह गया । भारत ने इस जीत के साथ लगातार 7 टेस्ट सीरीज जीत अपने नाम कर ली है। जिसकी शुरूआत अगस्त 2015 में हुई थी। भारत में ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2004 में एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में टेस्ट सीरीज़ 2-1 से अपने नाम की थी। उसके बाद 2008 ,2010 और 2013 में कंगारूओं ने भारत का दौरा किया लेकिन उन्हें जीत हासिल नही हुई। लेकिन इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का खेल पिछली 3 सीरीज से अच्छा रहा था और वो 13 साल बाद भारत में कोई टेस्ट मैच जीतने में कामयाब हुआ।
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भारत को दूसरी पारी में 106 रनों की जरूरत थी जो उसने 2 विकेट विकेट खोकर हासिल किया। तीसरे जीन भारत का स्कोर बिना कोई नुकसान के 19 रन था।चौथे दिन का खेल शुरू होने के बाद भारत ने मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा के विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की ओर से दूसरी पारी में केएल राहुल ने नाबाद 51 और अंजिक्य रहाणे ने नाबाद 38 रन बनाए। भारत को पहला झटका विजय के रूप में लगा । विजय ने मात्र 8 रन बनाए वही पुजारा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
रवींद्र जडेजा को टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज चुना गया है। जडेजा ने इस सीरीज़ में 25 विकेट लिए और 127 रन बनाकर ऑलराउंड प्रदर्शन किया। भारत की 2-1 से टेस्ट सीरीज में उनका काफी बड़ा योगदान रहा है। धर्मशाला टेस्ट में मैन ऑफ द मैच का खिताब भी जडेजा के हिस्से ही आया। इस मैच में उन्होंने 63 रन की अहम पारी खेलने के साथ ही चार विकेट भी लिए। इस सीरीज में अपने प्रदर्शन के बारे में उन्होंने बताया कि वे अब पूरी तरह से सक्षम खिलाड़ी बन गए हैं। कुछ समय पहले तक उन्हें टेस्ट का खिलाड़ी नहीं माना जाता था लेकिन अब उन्हें जवाब मिल गया। वे मैच दर मैच रणनीति बनाते हैं और उस पर काम करते हैं।