नैनीताल: नीरज जोशी: कुमाऊं विश्वविद्यालय की शिक्षा प्रणाली और प्रशासन अपने ढिले रवैये के कारण अक्सर आलोचना का शिकार होता रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। कुलपति डी के नोरियाल ने पहले ही उस अफवाह को खारिज कर दिया था कि परीक्षा की तारीक किसी भी हालात में नहीं बदली जाएगी। कुलपती अपने एक्शन पर कायम रहे और उसी के मद्देनजर बुधवार को डीएसबी परिसर नैनीताल में प्राइवेट और रेगुलर स्नातक के प्रवेश पत्र बांटे गए।बता दे कि ये कार्य पहले 25 अप्रैल को होना था था लेकिन एक छात्र द्वारा परीक्षा नियंत्रक प्रशासनिक अधिकारी पर पेट्रोल फेंके जाने की घटना को लेकर प्रवेश पत्र नहीं बाटे गए।
कर्मचारियों ने मंगलवार को पूरे दिन कार्य बहिष्कार कर दिया। परीक्षा नियंत्रक रजनीश पांडे के ऊपर सोमवार को हल्द्वानी तिकोनिया निवासी सुदरशन परमार ने पेट्रोल डालकर हमला कर दिया था। इस घटना से पूरे परिसर में हड़कंप मच गया था और कर्मचारीओ ने पुरे दिन कार्य बहिष्कार कर दिया। जिससे प्रवेश पात्र लेने आये विद्यार्थियो को मायूस घर लौटना पड़ा। लेकिन किसी तरह कुलपति डी के नोरियाल द्वारा समझाने पर बुधवार को स्नातक प्रथम द्वितीय व तृतीय के प्रवेश पत्र बाटे गए। बुधवार को प्रवेश पत्र लेने के लिए परिसर में विद्यार्थीयों का ताता लग गया। इतनी ज्यादा भीड़ को देख कर कर्मचारियो ने किसी तरह भीड़ को काबू में कर के प्रवेश पत्र बाटे और विद्यार्थियों को लाइन से प्रवेश पत्र लेने को कहा। कर्मचारियों का कहना था कि एक ही दिन में हजार से ऊपर बच्चों को प्रवेश पत्र बाटे गए है। भीड़ होने के कारण कई बच्चे बिना प्रवेश पत्र लिए चले गए। शाम चार बजे तक बच्चों का आना जाना लगा रहा। उन्होंने कहा कल पूरी कोशिश की जायेगी की बच्चों को प्रवेश पत्र समय से मिल जाए जिससे वह 27 तारीख से होने वाली परीक्षाओ के लिए तैयारी कर सके।