नैनीताल: देश में 500-1000 नोटों पर पाबंदी लगने से नैनीताल के पहचान कहे जाने वाले सैलानियों की चमक फिकी पड़ गई है। नोट बंद होने से नैनीताल के पर्यटन कारोबर का खासा नुकसान हो रहा है।नोट बंदी के बाद से शहर में मौजूद होटलों के व्यापार में 5 करोड़ के आसपास की चपत लग चुकी है। अनुमान लगाए जाया तो होटल के व्यापार में 80-90 प्रतिशत तक गिरावट हो गई है। बैंकों में भीड़ का जमावड़ा किसी मेले जैसा ही दिखाई दे रहा है। एटीएम और बैंक में धन समाप्ति के बाद लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसी कारण नैनीचताल घूमने आए लोगों को भीपरेशानी हो रही है साथ ही कई ग्रुप वापस चले गए है। नैनीताल देश के सबसे मशहूर पर्यटक स्थल माना जाता है। नोट बंदी से नगर के व्यापार में खासा असर पड़ रहा है। लेकिन फिर भी लोग सरकार के इस फैसले से खुश है। पंकज जीना जीना निवासी भावली में जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे देश में भ्रष्टाचार एक बिमारी बड़ी है इतने बड़े देश को अगर इससे मुक्ति चाहिए तो हमें सयम से काम लेना होगा। उन्होंने कहा कि देश के विकास लिए वो कुछ दिन परेशानी झेल सकते है जो पीढी को एक नए भारत का चेहरा दिखेगी।
नैनीताल के होटल मैनेजरों के अनुसार लोगों ने नोट बंदी के वजह से ऑनलाइन बुकिंग भी कैन्सल कर दी है। उनके अनुसार छुट्टिया होने बाद भी सैलानी नैनीताल नही आ रहे है। वीकेंड होने के बावजूद नगर में चहल-पहल में नही है। कई लोग खाना भी उधार खाने के लिए मजबूर हो रहे है। अब देखना दिलचस्प होगा कि कब नैनीताल को अपने सैलानी पास मिलते है।