नई दिल्ली: पाकिस्तान द्वारा भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का फांसी मामला दिन प्रतिदिन पेचिदा होता जा रहा है। एक तरफ भारत पाकिस्तान से नरमी बरतने की बात रहा है दूसरी ओर पाकिस्तान की तरफ से बयान आ रहे है कि उसके पास जाधव के खिलाफ पुख्ता सबूत है। इस मामले मंे भारत के बड़े राजनेता पाकिस्तान को अंदाम भुगतने की चेतावनी दे चुके है। इस लिस्ट में पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का नाम भी जुड़ गया है। पर्रिकर ने कहा है कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव के मामले में एक खतरनाक खेल, खेल रहा है जो उसके लिए अच्छा नहीं है।
रिटायर नौसेना अधिकारी जाधव पर पाकिस्तान की आर्मी कोर्ट ने जासूसी का आरोप लगाते मौत की सजा सुनाई है। गोवा के मुख्यमंत्री ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि इस बहाने पाकिस्तान खतरनाक खेल की तरफ बढ़ रहा है। पाकिस्तान खुद को चाहे जैसा भी दिखाए लेकिन उसे समझना येभी समझना चाहिए कि अगर भारत ने बदला लेने की नीति बना ली तो उसका क्या होगा। पाकिस्तान के पास भारत की जवाबी कार्रवाई का झेलने की ताकत नहीं है।उन्होंने कहा कि हम शांतिप्रिय लोग हैं, हम किसी भी तरह का तनाव नहीं चाहते हैं इसलिए उन्हें जाधव को वापस भेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ईरान से जाधव का अपहरण किया है।
पर्रिकर के मुताबिक ईरान ने कहा है कि तालिबान ने उनका अपहरण किया और वह उन्हें पाकिस्तान ले गया। पाकिस्तान की कुछ न कुछ करते रहने की आदत है। उन्होंने आगे कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उचित जवाब दिया है कि यदि जाधव को पाकिस्तान फांसी पर लटकाता है तो भारत चुप नहीं बैठेगा।पाकिस्तान ने दावा किया था कि कुलभूषण जाधव ने कुबूल किया था कि वह रॉ के लिए काम करता है, और बलूचिस्तान में तैनात था। उनके अनुसार जाधव भारतीय नौसेना का सर्विंग अफसर है, इसे सीधे तौर पर रॉ चीफ हैंडल करते हैं। पाकिस्तान का दावा था कि वह 2022 में रिटायर होगा।