नई दिल्ली: भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने बुधवार को अपना 42वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर वह दिल्ली के मैदान से भारत-न्यूजीलैंड मैच की कॉमेंट्री कर रहे थे। मैदान में ही उन्होंने अपना केक भी काटा। लक्ष्मण का भारतीय टीम के लिए योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता । उन्होंने अपने क्रिकेटिंग करियर में कई ऐसी पारी खेली जिसने भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी।
स्टाइलिश मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज लक्ष्मण एक दशक से भी लंबे समय तक सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के साथ टीम इंडिया की फैब 4 का हिस्सा रहे। वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के उन 10 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने टीम इंडिया के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं।
वीवीएस लक्ष्मण का जन्म 1 नवंबर 1974 को हैदराबाद में हुआ था। लक्ष्मण के माता-पिता, डॉ.शांताराम और डॉ. सत्यभामा हैदाराबाद के मशहूर डॉक्टर रहे हैं। वह खुद डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे थे लेकिन बाद में उन्होंने क्रिकेट को अपना करियर बनाया और पढ़ाई छोड़ दी। बता दे कि वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भतीजे हैं। लक्ष्मण ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला मुकाबला साल 1996 में साउथ अफ्रीका के खइलाफ अहमदाबाद में खेला था। कम स्कोर वाले इस मुकाबले की पहली पारी उन्होंने 11 और दूसरी पारी में 51 रन बनाए थे। भारत ने इस मैच में जीत हासिल की थी। वीवीएस लक्ष्मण ने वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डैब्यू मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ कटक में खेला था। वह इस मुकाबले में अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे। 1999 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। लेकिन सिडनी टेस्ट में ग्लैन मैकग्राथ औऱ शेन वॉर्न से खतरनाक गेंदबाजों के खिलाफ 167 रन की बेहतरीन पारी खेली।
वीवीएस लक्ष्मण ने साल 2001 में भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की सबसे बेहतरीन पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलिया ने कोलकाता में पहले टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 445 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम की पहली पारी केवल 171 रन पर सिमट गई और जिसके बाद उसे फॉलोऑन खेलने उतरना पड़ा। लग रहा था की ऑस्ट्रेलियाई टीम आराम से जीत हासिल कर लेगी। लेकिन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे वीवीएस ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर 376 रन की बड़ी साझेदारी की। जिसके बदौलत टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 7 विकेट पर 657 रन बनाकर पारी घोषित की।
लक्ष्मण की 281 रन की ये यादगार पारी उस मैच का और उमके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए साल 2002 में विजडन ने लक्ष्मण को क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना था। वीवीएस लक्ष्मण का नाम क्रिकेट की दुनिया में वैरी-वैरी स्पेशल लक्ष्मण के नाम से भी मशहूर है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003-2004 वन डे सीरीज में लगातार बेहतरीन पारियां खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर इयान टैपल ने उन्हें ये निकनेम दिया था।
वीवीएस लक्ष्मण ने अपने 134 टेस्ट मैचों में 8781 रन बनाए हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ( 15470 रन), राहुल द्रविड़ (13625 रन) और सुनी गावस्कर (10122 रन) के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। लक्ष्मण को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना बहुत पसंद था। उन्होंने अपने टेस्ट करियर के 17 में से 6 शतक, औऱ वन डे में 6 में से चार शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही हैं। क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान के लिए वीवीएस लक्ष्मण को पदम श्री और अर्जुना अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। वीवीएस लक्ष्मण करीब दो दशक तक भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम की जान रहे लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि वह भारत की करफ कोई वर्ल्ड कप मैच नहीं खेल पाए।