नई दिल्ली– नोटबंदी के बाद सरकार पर कई प्रकार के आरोप लगाए है। विरोधी दलों ने पीएम मोदी एंड कंपनी पर काला धन रखने वालों को सहयोग करने तक का आरोप लगाया लेकिन अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा खुलासा किया है। ईडी के अनुसार नोटबंदी के बाद बसपा के खाते में 104 करोड़ और पार्टी सुप्रीमो मायावती के भाई के खाते में 1.43 करोड़ रुपए जमा होने का पता लगाया है। ये रकम यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के खातों में जमा की गई। करोलबाग स्थित बैंक ब्रांच के सर्वे के दौरान ईडी को इस बात की जानकारी मिली। ईडी के अनुसार नोटबंदी के बाद इन दोनों ही खातों में बड़े पैमाने पर पुराने नोट जमा कराए गए। इस मामले में बसपा से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक बड़े जमा की गई रकम में 102 करोड़ 1000 रुपए के नोट और तीन करोड़ के पुराने 500 के नोट जमा कराए गए। अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद भी यह सिलसिला थमा नहीं और हर दिन 15 से 17 करोड़ रुपए इस खाते में जमा कराए जाते रहे। उन्होंने बताया कि एक खाता, जो मायावती के भाई आनंद के नाम बताया जा रहा है, उसमें 1.43 करोड़ रुपए हैं। इसमें 18.98 लाख रुपए के पुराने नोट नोटबंदी के बाद जमा कराए गए। ईडी ने बैंक से इन दोनों खातों के बारे में पूरा ब्योरा मांगा है। समझा जा रहा है कि एजेंसी आयकर विभाग को इस बारे में लिखेगी जिसे राजनीतिक दलों को मिले चंदे और अनुदान की वैधानिकता की जांच का अधिकार हासिल है। ईडी ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज और खाते खोलने के लिए दस्तेमाल किए गए केवाईसी दस्तावेज भी मांगे हैं। आपको बता दें ईडी नोटबंदी के बाद हुए हवाला और धनशोधन के मामलों की जांच के लिए 50 से अधिक शाखाओं में पड़ताल कर रही है।